पथरगामा प्रखंड के पथरगामा पंचायत अंतर्गत प्राचीन ठाकुरबाड़ी, तुलसीकित्ता में इस वर्ष भी जन्माष्टमी का पर्व परंपरागत श्रद्धा व उल्लास के साथ मनाया जाएगा. आयोजन को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में हैं. मंदिर परिसर की सफाई एवं रंग-रोगन का कार्य लगभग पूरा हो चुका है. जानकारी देते हुए पंडित ब्रह्मदेव मिश्र ने बताया कि यह आयोजन विगत 100 वर्षों से निरंतर जारी है. प्रारंभ में ठाकुरबाड़ी फूस की झोपड़ी में स्थित थी, जहां मिट्टी की राधा-कृष्ण प्रतिमा स्थापित कर जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाता था. करीब 15 वर्ष पूर्व ठाकुरबाड़ी का पक्का भवन निर्मित हुआ, जहां अब संगमरमर की राधा-कृष्ण प्रतिमाओं की विधिपूर्वक स्थापना कर भव्य पूजा-अर्चना की जाती है. परंपरा के अनुसार, जन्माष्टमी की रात भक्ति जागरण का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें स्थानीय श्रद्धालु एवं भक्तगण बड़ी संख्या में सम्मिलित होंगे. आयोजकों द्वारा तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है.
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