सरना व आदिवासी धर्म कोड की मांग को लेकर झामुमो की ओर से 27 मई को महाधरना कार्यक्रम आयोजित होगा. इस बाबत झामुमो जिलाध्यक्ष प्रेमनंदन मंडल की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया. आयोजित बैठक में झामुमो जिलाध्यक्ष ने प्रखंड एवं नगरों के अध्यक्ष एवं सचिव को तैयारी करने का निर्देश दिया. बैठक में केंद्रीय समिति के निर्देशानुसार सरना धर्म कोड व आदिवासी धर्म कोड को जनगणना में सम्मिलित करने की मांग को लेकर 27 मई को प्रदेश के सभी जिलों में विशाल धरना कार्यक्रम किया जाना है. कार्यक्रम में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि 24 मई को सभी प्रखंडों में प्रखंड समिति, पंचायत समिति एवं मांझी प्रधान, गोंडाइत, परगनेत, योगमंझी सहित ग्राम प्रधानों आदि की बैठक की जाएगी. अधिक से अधिक संख्या में धरना कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आग्रह किया जाएगा. धरना कार्यक्रम शहीद अशोक स्तंभ के प्रांगण में आयोजित होगा. धरना के उपरांत महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन डीसी के माध्यम दिया जाएगा. जिला अध्यक्ष ने बताया कि जनगणना में देश की सभी लोगों की आर्थिक स्थिति, शैक्षणिक स्थिति, उनके रहन-सहन का स्तर, उनके रोजगार, उनके आय के साधन, उनके धर्म कोड आदि का डाटा संकलित किया जाता है. कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला सचिव वासुदेव सोरेन, उपाध्यक्ष खुर्शीद मुन्ना ,कोषाध्यक्ष महेंद्र उरांव, केंद्रीय समिति के सदस्य पुष्पेंद्र टुडू, राजेंद्र दास, इंद्रजीत पंडित, विकास मुर्मू, सिमोन मालतो, इरफान आलम, मेरी सोरेन, सरवन मंडल सहित प्रखंड अध्यक्ष विनोद मुर्मू, युसूफ अंसारी, अवध किशोर हांसदा, रामचंद्र सोरेन, तालाबाबू हांसदा, अजीमुद्दीन जी,शत्रुघ्न सिंह, लंबोदर महतो, सुल्तान अहमद, नगर अध्यक्ष राज कुमार दास,सचिव जितेंद्र भगत, विजय महतो, फिरदौस आलम, कीकर चौहान आदि थे.
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