बोआरीजोर प्रखंड के लीलातरी वन पंचायत का तेलोधुनी गांव पूरी तरह से आदिवासी बाहुल्य है. यहां संताल व पहाड़िया की आबादी है. गांव आज भी मुख्य सड़क से नहीं जुड़ सका है. आज भी गांव के लोगों को सड़क के अभाव में मरीजों को इलाज के लिए खाट पर ढोकर ले जाना पड़ता है. रविवार को गांव की गर्भवती महिला सविता सोरेन को खाट के सहारे मुख्य सड़क तक लाया गया. महिला को उनके परिजनों ने खाट पर लादकर करीब दो किमी चलकर मुख्य सड़क तक पहुंचाने का काम किया. उपरांत मरीज को एंबुलेंस से अस्पताल लाया गया. मरीज पति विजय मरांडी ने बताया कि गांव मुख्य सडक से जुड़ा नहीं है. इस वजह से गांव तक एम्बुलेंस का आ पाना कठिन हो जाता है. मरीजों को इस वजह से काफी परेशानी होती है. गांव के लोगों की परेशानी उस वक्त ज्यादा बढ़ जाती है, जब व्यक्ति बीमार पड़ जाता है. इस दौरान मरीजों के इलाज के लिए मुख्य सड़क तक खाट के सहारे ले जाया जाता है. ग्रामीणों ने बताया कि जनप्रतिनिधि एवं प्रशासन को कई बार गांव को मुख्य सड़क से जोड़ने के लिए आवेदन दिया गया है. मगर अब तक पहल नहीं हो सकी है. मुखिया ललिता किस्कू ने कहा कि डीएमएफटी फंड से सड़क बनाने के लिए आवेदन दिया गया है, लेकिन सड़क नहीं बना है.सड़क बनाने की पहल होगी. मुख्य सड़क से गांव को जोड़ा जायेगा.
– मिथलेश कमार सिंह, बीडीओB
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