बसंतराय प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत सुस्ती संकुल भवन में ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में भारतीय स्टेट बैंक के महेशपुर शाखा की ओर से विशेष ऋण शिविर लगाया गया. शिविर में जीविका से जुड़ी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के बीच कुल 60 लाख रुपये का ऋण वितरण किया गया. अलग-अलग 20 स्वयं सहायता समूह के ग्रुप को ऋण दिया गया. इस अवसर पर उपस्थित मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य प्रबंधक आरबीओ आलोक रंजन, जिला परियोजना प्रबंधक सोमेश कुमार, शाखा प्रबंधक प्रमोद कुमार उपस्थित हुए. संयुक्त रूप से महिलाओं को ऋण वितरित किया. मुख्य प्रबंधक श्री रंजन ने अपने संबोधन में कहा कि ग्रामीण महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाना भारतीय स्टेट बैंक की पहली प्राथमिकता में से है. बैंक हमेशा ऐसी योजनाओं को प्रोत्साहित करता है, जो गांव की आर्थिक दशा को सुधारने में योगदान दे रहे हैं. जीविका के स्वयं सहायता समूह महिलाओं को सिर्फ आर्थिक मदद नहीं, बल्कि आत्मबल और पहचान भी प्रदान करते हैं. मौके पर शाखा प्रबंधक प्रमोद कुमार ने कहा कि बैंक और जीविका का यह समन्वय ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने का कार्य कर रहे है. इससे महिलाओं को न केवल आर्थिक आत्मनिर्भरता मिलेगी, बल्कि उनके परिवारों की आमदनी भी बढ़ेगी. मौके पर कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्वयं सहायता समूह की महिलाएं उपस्थित रहीं. उन्हें यह ऋण विभिन्न आजीविका गतिविधियों जैसे डेयरी, कृषि कार्य, सिलाई-कढ़ाई, छोटे व्यापार एवं पशुपालन के लिए प्रदान किया गया है. कार्यक्रम के अंत में उपस्थित अधिकारियों ने समूह के दीदियों के साथ संवाद कर उनकी समस्याओं को भी सुना और समाधान का आश्वासन दिया. मौके पर राजीव मिश्रा प्रखंड परियोजना प्रबंधक जेएसएलपीएस बसंतराय, सुस्ती संकुल के पदाधिकारी एवं सखी मंडल की दीदी मौजूद थी.
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