प्रतिनिधि, मेहरमा. प्रखंड के धनकुढ़ीया पंचायत के धनकुढ़ीया मुख्य मार्ग पर स्थित शिव मंदिर के समीप लगी सोलर जलमीनार लगभग दो वर्षों से खराब पड़ी है. इसके कारण ग्रामीणों को पेयजल की गंभीर समस्या का सामना करना पड़ रहा है. मजबूरी में ग्रामीण डब्बा बंद पानी खरीदकर अपनी प्यास बुझा रहे हैं. करीब सात वर्ष पूर्व 15वें वित्त आयोग की राशि से लगभग तीन लाख रुपये की लागत से इस सोलर जलमीनार का निर्माण किया गया था. इसके चालू रहने के दौरान न केवल सड़क किनारे बसे ग्रामीण बल्कि राहगीर और मंदिर में पूजा करने वाले श्रद्धालु भी इससे स्वच्छ जल प्राप्त करते थे. जलमीनार के कारण ग्रामीणों को वर्षों से स्वच्छ पानी मिल रहा था जिससे उनमें खुशी का माहौल था. लेकिन बीते कुछ वर्षों से इसके खराब होने से न केवल ग्रामीण बल्कि राहगीर भी पेयजल संकट से जूझ रहे हैं. गर्मी के मौसम में इस गांव में जलसंकट और भी गहरा जाता है. गांव में लगी अधिकतर चापानलें सूख जाती हैं, जिससे लोगों को दूसरों के घरों या सार्वजनिक पेयजल कूपों पर निर्भर रहना पड़ता है. जलमीनार के खराब होने से ग्रामीणों की उम्मीदें टूट गई हैं और अब उन्हें महंगे दामों पर पानी खरीदना पड़ रहा है. ग्रामीणों निरंजन यादव, पंकज यादव, संजीव यादव, बदरी मंडल, निवास मंडल, पंकज कुमार और चंदन यादव ने वरीय पदाधिकारियों से सोलर जलमीनार की मरम्मति की मांग की है, ताकि उन्हें फिर से स्वच्छ पेयजल मिल सके. ———————— क्या कहते हैं मुखिया सोलर जलमीनार को ठीक कराया गया था. मगर पानी का लेयर कम होने के कारण पुनः खराब हो गयी. वरीय पदाधिकारी से ठीक कराने का निर्देश आने पर ठीक करायी जायेगी. जंग बहादुर सिंह, मुखिया, धनकुढ़ीया पंचायत.
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