महागामा बाजार के एसडीएन एकेडमी स्कूल में परीक्षा पर चर्चा विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया. ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के भगवान भाई ने छात्र-छात्राओं के बीच अपनी बातों को रखते हुए कहा कि वर्तमान की परीक्षा जीवन की परीक्षा का आधार है. इस तरह कहीं परीक्षा में कापी ना करें. छात्रों को अपने हैंड राइटिंग सुंदर स्वच्छ बनाने पर बल देना चाहिए. हैंड राइटिंग उनके व्यक्तित्व को सामने लाने का काम करता है. तनाव रहित परीक्षा दें, तभी भविष्य में जीवन की हर परीक्षा को तनाव मुक्त होकर पास कर पायेंगें. कहा कि जो विषय कमजोर है, उस पर सबसे ज्यादा ध्यान दें. विद्यार्थियों को मूल्यांकन, आचरण, अनुकरण, लेखन, व्यवहारिक ज्ञान इत्यादि पर जोर देने की जरूरत को आदत के रूप में बनाना चाहिए. वर्तमान में समाज के मूल्यों की कमी हर समस्या का मूल कारण है. प्रिंसिपल देवेंद्र कुमार स्मृति ने कहा कि नैतिक शिक्षा से ही छात्र-छात्राओं का सशक्तिकरण होता है. स्थानीय ब्रह्माकुमारीज राजयोग सेवा केंद्र की प्रभारी बीके शिवानी ने कहा जीवन में जब तक आध्यात्मिकता नहीं आयेगी, नैतिकता का समावेशन संभव नहीं है. संगोष्ठी में डॉ संजीव कुमार ने भी बातें रखी. संयोजक दिलीप कुमार ने मन की एकाग्रता बढ़ाने के लिए राजयोग मेडिटेशन भी कराया. इस दौरान शिक्षक नवकिशोर झा, मुबारक करीम, चंदन मंडल, दयाशंकर, पप्पू, शशि, मंजू, मीरा आदि मौजूद थे.
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