साइबर अपराध के बढ़ते खतरे को देखते हुए प्रभात खबर की ओर से इंटर कॉलेज, महागामा में एक जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रशाखा पदाधिकारी मलय कांति दास ने की. कार्यक्रम में कॉलेज के छात्र-छात्राएं, शिक्षकगण तथा शिक्षकेतर कर्मचारी उपस्थित रहे. कार्यक्रम के दौरान उपस्थित शिक्षकों ने साइबर सुरक्षा से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी साझा की. उन्होंने बताया कि किसी भी अनजान नंबर से आए एसएमएस का जवाब न दें और न ही ऐसे नंबरों से भेजे गए किसी लिंक को छुएं. ऐसा करने से आपके फोन की गोपनीय जानकारी साइबर अपराधियों के हाथ लग सकती है. वक्ताओं ने बताया कि इन दिनों साइबर अपराधी लोगों को डिजिटल अरेस्ट जैसी घटनाओं में फंसा कर उनसे मोटी रकम वसूल रहे हैं. इससे बचने के लिए सावधानी बरतना जरूरी है. छात्र-छात्राओं को सलाह दी गई कि वे अपने निजी डाटा को साझा करने से बचें. इंटरनेट पर किसी भी प्रकार के लालच, जैसे कि लाइक बढ़ाने या इनाम जितने के संदेशों से सावधान रहें. अगर किसी के साथ साइबर ठगी होती है तो तुरंत टोल फ्री नंबर 1930 पर संपर्क करें. साथ ही, साइबर अपराध से बचाव के लिए स्वयं के साथ-साथ अपने परिजनों को भी जागरूक करें. वक्ताओं ने इस बात पर ज़ोर दिया कि सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है. कार्यक्रम का सफल संचालन गुंजन कुमार ने किया.
साइबर अपराध पर बोले शिक्षक व अधिकारी
पैसे को दोगुना करने का लालच सबसे बड़ा धोखा हो सकता है. सोशल मीडिया का उपयोग सोच-समझकर करना चाहिए क्योंकि आज के समय में साइबर अपराध देश के लिए गंभीर चुनौती बन चुका है. हर दिन किसी न किसी को साइबर अपराधी धोखे से फंसा लेते हैं और उसकी गाढ़ी कमाई को कुछ ही सेकंड में उड़ा देते हैं. अपराधी इंटरनेट का दुरुपयोग कर लोगों को ठगने के नए-नए तरीके अपना रहे हैं. इस अपराध से बचने का सबसे प्रभावी तरीका है जागरूकता. यदि हम सतर्क और जागरूक रहें तो साइबर अपराधियों के झांसे में नहीं आएंगे.सजल हजारी, शिक्षक
साइबर अपराध से बचने के लिए प्रभात खबर द्वारा आयोजित जागरूकता कार्यक्रम सराहनीय है. इस कार्यक्रम से विद्यार्थियों को न केवल खुद सुरक्षित रहने की जानकारी मिलती है, बल्कि वे अपने अभिभावकों और रिश्तेदारों को भी जागरूक कर सकते हैं. आजकल गांवों में भी साइबर फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. जागरूकता की कमी के कारण लोग आसानी से धोखाधड़ी का शिकार बन जाते हैं. मोबाइल और इंटरनेट का प्रयोग करते समय अत्यधिक सतर्कता की जरूरत है. विद्यार्थियों को चाहिए कि वे सुरक्षित तरीके से तकनीक का उपयोग करें और दूसरों को भी सुरक्षा के प्रति सजग करें.डॉ. आस्तिक मिश्रा, शिक्षक
इंटरनेट के बढ़ते उपयोग के साथ साइबर ठगी, डिजिटल अरेस्ट और साइबर हमलों के मामले तेजी से बढ़े हैं. ऐसे समय में प्रत्येक व्यक्ति को अत्यधिक सतर्क और जागरूक रहने की आवश्यकता है. मोबाइल पर किसी भी अनजान व्यक्ति से पर्सनल या वित्तीय जानकारी साझा करना खतरनाक हो सकता है. जैसे कि बैंक पासबुक, पैन कार्ड, आधार नंबर या ओटीपी जैसी जानकारी कभी भी किसी के साथ साझा न करें. इन सूचनाओं के जरिए अपराधी आपके खाते से पैसे निकाल सकते हैं. इसलिए जरूरी है कि हम सोच-समझकर निर्णय लें और किसी भी लालच में न फंसें.डॉ. सुनील गुप्ता, शिक्षक
मोबाइल फोन और इंटरनेट का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतना अत्यंत आवश्यक है. साइबर ठगी से बचने के लिए हमें जागरूक रहना होगा. विशेषकर जब कोई अनजान लिंक जैसे कि डिजिटल निमंत्रण कार्ड आता है, तो उस पर क्लिक करने से बचें. ऐसे लिंक अक्सर वायरस या फ्रॉड के माध्यम बन सकते हैं. सतर्कता और समझदारी ही साइबर अपराध से बचाव का सबसे बड़ा हथियार है. यदि हम खुद सतर्क रहेंगे तो न केवल हम खुद को बचा सकते हैं, बल्कि दूसरों को भी साइबर अपराध से बचाने में मदद कर सकते हैं. जागरूक बनें, सुरक्षित रहें.आशुतोष चक्रवर्ती, शिक्षक
साइबर ठगी करने वाले अपराधी केवल अनपढ़ या ग्रामीण लोगों को नहीं, बल्कि शिक्षित और नौकरीपेशा लोगों को भी निशाना बनाते हैं. वे तरह-तरह के लालच देकर लोगों को अपने जाल में फंसा लेते हैं. सोशल मीडिया पर अनजान लोगों से दोस्ती करना कई बार घातक हो सकता है. गोपनीय जानकारी जैसे बैंक डिटेल, पासवर्ड, ओटीपी आदि साझा करना बड़ा जोखिम होता है. सतर्कता ही साइबर अपराध से बचने का एकमात्र उपाय है. हमें अपनी निजी जानकारी सुरक्षित रखनी चाहिए और किसी भी संदिग्ध गतिविधि से दूर रहना चाहिए. जागरूकता ही सुरक्षा है.विभाषा मुर्मू, शिक्षिका
आज के डिजिटल युग में मोबाइल और इंटरनेट का प्रयोग करते समय सावधानी अत्यंत आवश्यक है. अनजान व्यक्ति से बात करने से पहले पूरी तरह सतर्क रहें. किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें और प्रलोभन वाले कॉल को तुरंत काट दें. बैंक खाता संख्या, एटीएम डिटेल्स या ओटीपी जैसी जानकारी कभी भी किसी के साथ साझा न करें. साइबर अपराधी हर समय नए तरीके से लोगों को ठगने की कोशिश करते रहते हैं. यदि हम सतर्क रहेंगे और समय पर सही निर्णय लेंगे तो खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकेंगे.मलय कांति दास, प्रशाखा पदाधिकारीB
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