जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से जिले में पंचायत स्तर पर 90 दिवसीय गहन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में सुंदरपहाड़ी के डालसा की टीम ने क्षेत्र के कौआढ़ाब गांव में जाकर लोगों को जागरूक किया. डालसा की ओर से गठित टीम में शामिल चुनका मुर्मू व मंजूरी बीबी ने ग्रामीणों को बाल श्रम, मानव तस्करी, बाल विवाह, शिक्षा का अधिकार आदि के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि समाज के उत्थान में शिक्षा सबसे जरूरी है. इसलिए अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए स्कूल जरूर भेजें. बच्चों से कभी भी मजदूरी नहीं करायें. बच्चों से मजदूरी कराना कानूनन अपराध है. स्थानीय स्तर पर बच्चों की पढ़ाई के लिए पठन-पाठन की बेहतर व्यवस्था है. आज विद्यालयों में मध्याह्न भोजन, पोशाक व छात्रवृति की भी व्यवस्था है. वहीं किसी प्रकार की समस्या होने पर विधिक सेवा की भी व्यवस्था है. बेटा और बेटी को समान रूप से शिक्षित करने की जरूरत है. महिला शिक्षा के प्रति समाज में जन जागरूकता जरूरी है. इसके अलावा शिक्षा का अधिकार, पॉक्सो, बाल श्रम, बाल विवाह आदि से संबंधित जानकारी दी गयी. इसी प्रकार बसंतराय में जायसवाल मांझी व जोबाती ममू्, मेहरमा में रामविलास महतो एवं सुषमा मरांडी, बोआरीजोर में दयानंद यादव एवं अनिता टुडू, ठाकुरगंगटी में मुन्नी रानी, महागामा में जयकृष्ण यादव एवं स्टेंशिला हेंब्रम, पोड़ैयाहाट में मो. हसीब व शंकर चंद्र सेन, पथरागामा में दिलीप यादव व मीनू बेसरा ने भी शिविर आयोजित कर जानकारी दी.
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