– महिलाएं पूजन सामग्री, सिंदूर, चूड़ी, मेहंदी और नए वस्त्र की खरीदारी में जुटीं प्रतिनिधि, हनवारा. वट सावित्री व्रत को लेकर महागामा प्रखंड मुख्यालय व हनवारा आसपास के इलाकों में सुहागन महिलाओं में खासा उत्साह है. यह पर्व 26 मई को मनाया जाएगा. महिलाएं इस दिन उपवास रखेंगी और 27 मई को वट वृक्ष की पूजा करेंगी. यह व्रत ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि को होता है. मान्यता है कि इसी दिन सावित्री ने यमराज से अपने पति सत्यवान के प्राण वापस लिए थे, तभी से विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र, सुख-समृद्धि और दांपत्य जीवन की मंगलकामना के लिए यह व्रत करती हैं. हनवारा में वट वृक्षों के नीचे सफाई की गई है. बाजारों में रौनक है. महिलाएं पूजन सामग्री, सिंदूर, चूड़ी, मेहंदी और नए वस्त्र की खरीदारी में जुटी हैं. वट सावित्री व्रत पर महिलाएं जल्दी उठकर तिल और आंवले से स्नान करती हैं. फिर वे नए वस्त्र पहनती हैं और खुद का सोलह-शृंगार करती हैं. तीन दिनों तक उपवास करने वाली महिलाएं इस अवधि के दौरान केवल जड़ों का सेवन करती हैं. पूजा के दिन महिलाएं सोलह शृंगार कर वट वृक्ष के नीचे बैठेंगी. जल, फल, फूल, रोली, चंदन, पान पत्ता, चावल, मिठाई, दीपक, धूप, लाल वस्त्र, सिंदूर, लाल रक्षा सूत्र आदि सामग्री से पूजा करेंगी. पूजा के बाद मोली सूत्र लेकर वट वृक्ष की परिक्रमा करेंगी और धागा लपेटेंगी. इसके साथ ही जीवन भर सुहागिन बने रहने की कामना करेंगी. नरैनी गढ़ी परसा में भी वट सावित्री व्रत को लेकर उत्साह का माहौल है. महिलाएं पूजन सामग्री की खरीदारी में व्यस्त हैं. व्रत के दिन सावित्री और सत्यवान की कथा सुनी जाएगी. कथा के बाद प्रसाद वितरण होगा. फिर व्रत समाप्त कर भोजन ग्रहण किया जाएगा.
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