ललमटिया स्थित एटक यूनियन कार्यालय में शनिवार को एक शोक सभा का आयोजन कर यूनियन के वरिष्ठ और जुझारू नेता बद्री नारायण सिंह को श्रद्धांजलि दी गयी. उनका अकस्मात निधन पटना के एक निजी अस्पताल में हो गया. शोक सभा में यूनियन के सचिव रामजी साह और उपाध्यक्ष डॉ. राधेश्याम चौधरी ने कहा कि बद्री नारायण सिंह मजदूरों की आवाज थे. वे धनबाद एवं झरिया क्षेत्र में मजदूरों की समस्याओं को लेकर सक्रिय रूप से कार्यरत थे. उनके नेतृत्व और सूझबूझ से कई बार मजदूर और प्रबंधन के बीच संवाद स्थापित कर समाधान निकाला गया था. वे न केवल यूनियन कार्यों में अग्रणी थे, बल्कि क्षेत्र के गरीबों और असहायों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए भी सदैव संघर्षरत रहते थे. उनके निधन को यूनियन और पार्टी के लिए एक अपूरणीय क्षति बताया गया. शोक सभा के दौरान यूनियन कार्यालय में दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी. इस अवसर पर बाबूलाल किस्कू, शंकर गुप्ता, सीताराम महतो, राम सुंदर महतो समेत कई यूनियन कार्यकर्ता एवं स्थानीय लोग उपस्थित थे. सभा में उपस्थित सभी लोगों ने उनके संघर्षपूर्ण जीवन और समर्पण भावना को याद कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की.
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