गोड्डा : पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत रविवार को पोड़ैयाहाट के सोनडीहा गांव में वटवृक्ष के नीचे अडाणी कंपनी के पावर प्लांट के लिए भूमि अधिग्रहण का विरोध करते हुए झाविमो महासचिव प्रदीप यादव की अगुवाई में प्रभावित रैयतों ने तीन दिवसीय उपवास शुरू किया. करीब 125 रैयत उपवास में बैठे हैं. मौके पर प्रदीप यादव ने कहा कि अडाणी की ओर से गत दिनों कागजी रूप से कराया गया सामाजिक सर्वे रद्द करते हुए धरातल पर जनसुनवाई हो.
एसपी-डीसी पर लगाया आरोप : प्रदीप यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि 10 गांव की जनसुनवाई 10 मिनट में पूरी कर ली गयी. एसपी तथा डीसी को एक-एक करोड़ रुपये देकर अडाणी कंपनी ने स्थानीय रैयतों को खदेड़ते हुए डंडा चलवाने का काम किया. कंपनी को अगर 2000 एकड जमीन की जरूरत है तो प्रभावितों के साथ बैठक कर विश्वास में लेने की जरूरत है. किसानों के बहुफसली जमीन को लेने का काम कंपनी कर रही है.
इससे क्षेत्र के 15 हजार लोगों से रोजगार छिन जायेगा. गांव वालों से संपर्क किये बगैर मुंबई व गोड्डा में बैठ कर कंपनी द्वारा सुनवायी कराने का काम किया है. इस फरजी सुनवाई को हर हाल में रद्द किया जाये. साथ ही जनसुनवाई के दौरान लाठीचार्ज की न्यायिक जांच की मांग भी श्री यादव ने की.
कहा कि भूमि अधिग्रहण कानून 2013 को कड़ाई से लागू किया जाये. बंजर जमीन को चिह्नित कर ही वहां पर प्लांट लगाया जाये. पावर प्लांट के 15 किमी परिधि में इसका प्रभाव देखने को मिलेगा. जमीन के एवज में आश्रितों को पुस्त-दर-पुस्त नौकरी देने की मांग भी की. श्री यादव ने कहा : स्थानीय 90 प्रतिशत रैयत कंपनी के विरोध में है. एक लाख 64 हजार रुपये प्रति एकड़ से घटाये मूल्य को वापस लेने तथा सभी प्रकार की जमीन का मूल्य एकसमान करने की मांग की.40 में से 38 गार्ड बाहरी : श्री यादव ने कहा कि अडाणी कंपनी में काम करने वाले 40 में से 38 लोग बाहरी है.
स्थानीय में से मात्र दो गार्ड को रखा गया है. सीएसआर के नाम पर रैयतों को बच्चा बनाकर लेमनचूस देने का का किया जा रहा है. पहले स्कूल व अस्पताल का निर्माण हो, फिर अन्य कार्य शुरू करे. कार्यक्रम के दौरान अजय शर्मा, पुतुल देवी, अर्चना देवी, मनोज यादव, पप्पू मंडल, सीताराम राय, गणेश साह,नवल साह, दिलीप साह, चिंतामनी भाई, धनंजय यादव, मधुसूदन पूर्वे, सूर्यनारायण मंडल, दिनेश यादव, पिंटु झा, कैलाश यादव, जगन्नाथ मिश्रा ने भी लोगों को संबोधित किया.