पचंबा-जमुआ मुख्य मार्ग पर स्थित रेलवे ब्रिज के समीप की जर्जर सड़क के विरोध में ग्रामीणों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया. इस दौरान दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लगी रही और घंटों यातायात बाधित रहा. ग्रामीणों ने कहा कि बीते एक साल से इस सड़क की हालत लगातार बिगड़ती जा रही है. जगह-जगह गहरे गड्ढे हो गये हैं, आये दिन यहां हादसे हो रहे हैं. कहा कि यह सड़क पचंबा-गिरिडीह को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग है. रोजाना हजारों लोग इसी रास्ते से आवाजाही करते हैं. बच्चों के स्कूल जाने से लेकर मरीजों को अस्पताल ले जाने तक का काम इसी मार्ग से होता है. सड़क की खराब स्थिति के कारण हर दिन दुर्घटना का खतरा बना रहता है. कई बार बाइक सवार और राहगीर गिरकर घायल भी हो चुके हैं.
रोजाना इस सड़क से 20 से अधिक गांव के लोग करते हैं आवागमन
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मार्ग पर शहर से सटे करीब 20 से अधिक गांव के लोग निर्भर हैं. गड्ढों से भरी सड़क के कारण गांव से शहर आने-जाने वालों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों का आरोप है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद अब तक सड़क की मरम्मत नहीं करायी गयी है. आंदोलनकारियों ने कहा कि सड़क की जर्जर स्थिति से आम लोग परेशान हैं, लेकिन न तो प्रशासन और न ही जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान दे रहे हैं. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द से जल्द सड़क की मरम्मत शुरू नहीं हुई तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा. जाम के दौरान मुख्य सड़क पर ट्रक, बस, ऑटो और बाइक की लंबी कतार लग गई. कई स्कूली वाहन बीच सड़क पर ही फंस गए, जिससे बच्चे और अभिभावक परेशान रहे. अंततः पुलिस मौके पर पहुंची और समझा-बुझाकर जाम हटवाया. इसके बाद धीरे-धीरे यातायात सामान्य हुआ.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

