जमुआ प्रखंड में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण खरगडीहा अनुसूचित जाति आवासीय विद्यालय से बेलकुंडी व तीर्थस्थल त्रिवेणी संगम घाट काली मंदिर जानेवाली सड़क का एक बड़ा बह गया है. इससे लोगों को सड़क पार करने में परेशानी हो रही है. इससे लगभग एक हजार की आबादी प्रभावित हुई है. गांव का संपर्क प्रखंड मुख्यालय से टूट गया है. यह ग्रामीणों के आवागमन की एकमात्र सड़क थी. स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार यह सड़क लंबे समय से जर्जर थी. कई बार शिकायत के बाद चार अक्तूबर 2024 को केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी व तत्कालीन विधायक केदार हाजरा ने मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बड़े सड़क का जीर्णोद्धार करने को शिलान्यास किया था. उस समय बेलकुंडी गांव के लोगों को लगा था कि हमलोगों उनकी परेशानी दूर हो जायेगी. लेकिन नौ माह बीतने के बाद भी काम शुरू नहीं हुआ. इधर, शुक्रवार को सड़क तेजधार में बह गयी. क्या कहते हैं ग्रामीण बेलकुंडी के अमर पाठक, आशीष सिन्हा व शुभम सिन्हा, खरगडीहा के पूर्व मुखिया चीना खान आदि ने कहा कि बेलकुंडी सड़क टूटने से त्रिवेणी संगम घाट पर आने वाले श्रद्धालुओं को काफी परेशानी हो रही है. यहां भव्य काली मंदिर है, जहां प्रति दिन लोग पूजा अर्चना करने आते थे .सड़क बहने से भक्तों काफी परेशानी हो रही है. कहा कि जो सड़क बही है, उसका एक भाग पिछले वर्ष टूट गया था. काफी प्रयास किया कि जनप्रतिनिधियों ने ध्यान नहीं दिया. नतीजा हुआ कि आज सड़क पूरी तरह टूटकर बह गयी. यदि जनप्रतिनिधि ध्यान देते, तो यह सड़क आज नहीं बहती. आज स्थिति यह है कि हमलोगों का प्रखंड, जिला व पंचायत मुख्यालय जाने का रास्ता तक बंद हो गया.
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