Giridih News: सीसीएल के भू धंसान क्षेत्र में नया कोर्ट बिल्डिंग बनाने के प्रयास का जोरदार विरोध करने का निर्णय लिया गया है. यह निर्णय गिरिडीह डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों की गिरिडीह वकालतखाना में मंगलवार को हुई बैठक में लिया गया. बता दें कि कुछ माह पूर्व हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने स्थल का निरीक्षण करने के बाद विभाग को निर्देश दिया था कि नया कोर्ट बिल्डिंग के लिए जोरबाद के पास जमीन को चिह्नित किया जाये. अब जोरबाद के पास सीसीएल की जमीन पर कोर्ट बिल्डिंग और अधिकारियों के लिए बिल्डिंग बनाने के लिए टेंडर भी निकल चुका है. बार की बैठक में एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रकाश सहाय ने कहा कि वर्तमान में जिस स्थल पर कोर्ट बिल्डिंग बना हुआ है, उसके आसपास नयी बिल्डिंग बनाने के लिए पर्याप्त जमीन उपलब्ध है. वर्तमान कोर्ट बिल्डिंग से लेकर जिला परिषद की जमीन के साथ-साथ झंडा मैदान के पास स्थित कोर्ट के अधिकारियों की जमीन को मिलाकर इस इलाके में नया कोर्ट बिल्डिंग और अधिकारियों का आवास बनाया जा सकता है. इसके बाद भी जमीन की कमी होती है तो पुराना जेल परिसर का भी इस्तेमाल किया जा सकता है. बार के सचिव चुन्नूकांत ने कहा कि सीसीएल के भू-धंसान क्षेत्र में नया कोर्ट बिल्डिंग बनाये जाने के निर्णय का जोरदार तरीके से विरोध किया जायेगा और हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के साथ-साथ मुख्यमंत्री से भी मिलकर उन्हें सारी स्थिति से अवगत कराया जायेगा. इस मामले को लेकर बार एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को विधायक कल्पना सोरेन और उपायुक्त से भी मिलेगा. एसोसिएशन के उपाध्यक्ष अजय कुमार सिन्हा मंटू ने कहा कि भू धंसान क्षेत्र में कोर्ट बिल्डिंग बनाने का निर्णय दुर्भाग्यपूर्ण है. वहां हमेशा भय का माहौल बना रहेगा. बैठक में वरीय अधिवक्ता दीपक कुमार, सतीश कुंदन, राजीव कुमार, शिवाजी सिंह, शिवेंद्र कुमार सिन्हा, दशरथ शर्मा, अमित कुमार समेत कई लोग उपस्थित थे.
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