Giridih News : गिरिडीह जिले के बिरनी प्रखंड मुख्यालय स्थित पूर्व मनरेगा कार्यालय में जिला उद्योग केंद्र गिरिडीह की ओर से 20 लाख रुपये खर्च कर स्पाइस प्रोसेसिंग यूनिट लगायी गयी थी. 4 वर्ष बीतने के बाद भी यह यूनिट चालू नहीं हो सकी है. इस ओर किसी भी अधिकारी या जनप्रतिनिधि का भी ध्यान नहीं है. इस कारण 120 महिलाएं इस योजना के लाभ से वंचित हैं. बता दें कि जिला उद्योग केंद्र ने टेक्नोवेल सॉफ्टवेयर सोल्सयूशंस प्रा. लि. से लगभग 20 लाख रुपये खर्च कर वैल्यू एडिसन करते हुए हल्दी, धनिया व मिर्चा का मसाला बनाने के लिए स्पाइस यूनिट लगवाया था. निर्माण कार्य की शुरुआत दो फरवरी 2021 को हुई थी, जबकि योजना पूर्ण करने का तिथि 10 नवंबर 2021 निर्धारित थी, लेकिन अभी तक इसे चालू नहीं किया जा सका है. बंद पड़ी स्पाइस प्रोसेसिंग यूनिट को लेकर जेएसएलपीएस के बीपीएम बिजय कुमार ने बताया कि प्रोसेसिंग यूनिट की बिजली सप्लाई व मशीन में कुछ गड़बड़ी है. साथ ही इसके लिए महिलाओं को ट्रेनिंग भी नहीं दी गयी है. कहा कि जिला उद्योग केंद्र के द्वारा हमलोगों को इसे हैंड ओवर तक नहीं किया गया है. अगर हमलोगों को हैंड ओवर मिल जाता, तो जेएसएलपीएस से जुड़ी कई दीदी इसमें काम करतीं. इसके लिए वे लोग इछुक भी हैं. कहा कि उद्योग विभाग को पत्र लिखकर उक्त मशीन को चालू कराने की मांग भी की जा चुकी है, लेकिन विभाग से कोई रिस्पांस नहीं मिला है.
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