जमुआ में जमीन विवाद को लेकर हुए गोलीकांड ने पूरे जिले के प्रशासनिक और पुलिस महकमे को हिलाकर रख दिया है. घटना की गंभीरता को देखते हुए गिरिडीह के एसपी डॉ. विमल कुमार ने शुक्रवार देर रात पुलिस कंट्रोल रूम में एक आपात बैठक बुलाकर पूरे जिले के वरीय पुलिस अधिकारियों को तलब किया. बैठक में एसपी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि किसी भी कीमत पर इस वारदात में शामिल सभी आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए. देर रात हुई इस बैठक में जिले के चार डीएसपी खोरीमहुआ के एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद, सिटी डीएसपी नीरज कुमार सिंह, डीएसपी टू कौशर अली और सदर एसडीपीओ जीतवाहन उरांव मौजूद थे. इनके अलावा सात थाना और ओपी प्रभारियों को भी तत्काल कंट्रोल रूम पहुंचने का निर्देश दिया गया था. मुफस्सिल थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो, नगर थाना प्रभारी ज्ञान रंजन कुमार, पचंबा थाना प्रभारी राजीव कुमार, धनवार थाना प्रभारी सतेंद्र कुमार पाल, महिला थाना प्रभारी दीपमाला कुमारी, घोड़थम्बा ओपी प्रभारी धर्मेंद्र अग्रवाल और जमुआ के प्रभारी थाना प्रभारी रोहित सिंह साथ ही जिला बल के अन्य अधिकारी भी बैठक के दौरान उपस्थित रहे.
देर रात अपराधियों के संभावित ठिकानों पर दी गई दबिश
एसपी ने अधिकारियों से घटना के हर पहलू पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी और अब तक की कार्रवाई की जानकारी ली. उन्होंने जांच टीम से कहा कि पहले से पहचाने गए मुख्य आरोपियों के संभावित ठिकानों पर तुरंत दबिश दी जाए और फायरिंग में शामिल अन्य लोगों की पहचान भी तेजी से की जाए. एसपी ने कहा कि अपराधियों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा. सभी टीमें बिना किसी देरी के कार्रवाई में जुटें और हर मूवमेंट की रिपोर्ट तुरंत दें. बैठक समाप्त होते ही जिले की पुलिस टीम पूरी तरह हरकत में आ गई. करीब 100 पुलिसकर्मियों को चार बड़े समूहों व कई छोटे यूनिट्स में बांटकर अलग-अलग क्षेत्रों में तैनात किया गया. इसके बाद देर रात से ही नगर, मुफस्सिल, पचंबा सहित ग्रामीण सीमावर्ती इलाकों और आरोपियों के संभावित अड्डों पर लगातार छापेमारी शुरू कर दी गई. पुलिस टीम ने रात के अंधेरे में कई ठिकानों पर दबिश दी, ताकि आरोपी भाग न सकें. वहीं मोबाइल लोकेशन, पुराने आपराधिक रिकॉर्ड और आपसी कनेक्शन भी खंगाले जा रहे हैं.इलाके में पुलिस की गतिविधियां तेज
इलाके में पुलिस की गतिविधियां तेज हैं और पुलिस हर उस बिंदु को खंगाल रही है, जो इस पूरे मामले की जड़ तक पहुंचने में मदद कर सकता है. सूत्रों के अनुसार पुलिस ने घटना के तुरंत बाद ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू की. इस दौरान कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है. इनमें से दो लोगों पर घटना में प्रत्यक्ष रूप से शामिल होने का संदेह है. दोनों को पुलिस ने अलग-अलग स्थानों से पकड़ा है और उनसे देर रात तक पूछताछ जारी है. पुलिस इस बात को खंगाल रही है कि घटना की साजिश कहां रची गई थी और इस पूरे वारदात के पीछे और कौन-कौन शामिल था. पुलिस ने प्राथमिक जांच के आधार पर इस फायरिंग कांड में शामिल दो मुख्य आरोपियों की पहचान कर ली है. दोनों आरोपियों के ठिकानों पर घटना के बाद से ही पुलिस की टीम लगातार दबिश दे रही है. हालांकि दोनों आरोपी घटना के बाद से फरार बताए जा रहे हैं. पुलिस उनका मोबाइल लोकेशन, पुराने आपराधिक रिकॉर्ड और संभावित ठिकानों की जांच कर रही है. एसपी ने साफ निर्देश दिया है कि किसी भी हाल में आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

