जमुआ प्रखंड़ मुख्यालय में कनीय अभियंता कक्ष में वर्ष 2021 में तत्कालीएन एसडीएम धीरेंद्र सिंह ने 470 क्विंटल चावल रखवाया था. यह चावल देखरेख की अभाव में सड़क गया. श्री सिंह ने हीरोडीह थाना क्षेत्र के नीमाडीह गांव के एक निजी राशन गोदाम में छापेमारी कर चावल को जब्त किया था. चावल से दुर्गंध निकल रही है. इससे अगल-बगल के कार्यालय में कर्मियों को कार्य का निष्पादन करने में काफी परेशानी हो रही है. बगल में प्रमुख का कार्यालय है. यहां आधार कार्ड बनाने के लिए हर दिन काफी संख्या में लोग आते हैं. वह भी सड़े हुए चावल की दुर्गंध से परेशान रहते हैं.
क्या कहते है यहां के लोग
विधायक कक्ष प्रभारी गोपाल कृष्ण पांडेय ने कहा कि जब निजी गोदाम से पीडीएस का चावल बताकर एसडीएम ने जब्त किया था, तो राशन पीडीएस गोदाम में रखकर ग्रामीणों के बीच बांट देते. तब चावल सड़ने से बच सकता था. इस मामले को लेकर वे डीसी से बात करेंगे. वहीं, सुमन वर्मा ने कहा कि गरीबों को मिलनेवाला राशन ब्लॉक में सड़ा देना एक अपराध है. एसडीएम को उसी समय गरीबों के बीच इसका वितरण करा देना चाहिए था, यही बेहतर रहता. झामुमो के चीना खान ने कहा : यह मामला कोर्ट से जुड़ा है. कोर्ट के आदेश पर टिप्प्णी नहीं करना ठीक नहीं है. उन्होंने बीडीओ से सड़ रहे चावल को दूसरी जगह रखवाने की मांग की. अजय वर्मा ने कहा कि झारखंड में यह सब आम बात है. जमुआ में पीडीएस राशन की कालाबाजारी वर्ष 2020 से हो रही है.
क्या कहते हैं बीडीओ
जमुआ के बीडीओ अमलजी ने कहा कि यहां खोरीमहुआ के तत्कालीन अनुमंडल पदाधिकारी ने 470 क्विंटल पीडीएस का चावल कह जब्त कर रखा था. काफी दिनों तक कोर्ट में इसका मामला चला. कोर्ट ने एक आदेश जारी किया कि निजी गोदाम संचालक मो अजीम अंसारी को जब्त किये गया चावल उपलब्ध करा दें. जब नीमाडीह में संचालित निजी गोदाम संचालक को यह चावल ले जाने के लिए पत्र निर्गत किया गया, तो उसने जवाब दिया कि जिस तरह मेरे गोदाम से चावल जब्त किया गया था, अगर उसी तरह है तो हम रिसीव करेंगे. उस समय में यह चावल यहां पड़ा है और सड़ रहा है. जब तक कोर्ट का कोई नया आदेश नहीं आ जाता, तब तक कनीय अभियंता के कक्ष में ही चावल रहेगा.
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