बिना शिलान्यास के सड़क की मरम्मत कार्य शुरू किये जाने पर ग्रामीणों ने आरसीडी विभाग और संवेदक की मिलीभगत बताते हुए सूचना छिपाने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों के अनुसार यह पथ लंबे समय से जर्जर था. अब जब इसकी निर्माण शुरू हुआ, तो इसके संबंध में कोई सूचना नहीं दी गयी है. उन्होंने संवेदक और विभाग की मिलीभगत से ग्रामीण सड़क की गुणवता प्रभावित होने की आशंका जतायी है. ग्रामीणों का कहना है कि छोटी-छोटी योजनाओं को धरातल पर उतारने के पूर्व शिलान्यास कराया जाता है, लेकिन सड़क निर्माण का शिलान्यास नहीं करवाना कई सवाल उठा रहा है. ग्रामीणों ने मांग करते हुए आरसीडी विभाग के अधिकारियों से कार्य पूरा करने का समय, लागक, पीसीसी निर्माणस की सूचना सार्वजनिक करने की मांग की है. रोक के बाद भी पतरो नदी से किया गया बालू डंप इधर ग्रामीणों का कहना है कि ट्रैक्टर से बालू उठाव करने पर प्रशासन कार्रवाई करता है. पुलिस एनजीटी का हवाला देकर नदी से बालू उठाव करने वालों को पकड़ रही है. इधर, उक्त सड़क निर्माण कार्य करा रहे संवेदक ने पतरो नदी से कई ट्रैक्टर बालू का उठाव कर गोराडीह गांव के पास मैदान में डंप किया है. उक्त नदी से ट्रैक्टर से बालू का उठाव करने और डंप करने के बाद भी प्रशासनिक कार्रवाई नहीं की जा रही है. ग्रामीणों का कहना है कि जब एनजीटी अवधि में बालू का नदियों से उठाव पर प्रतिबंध है, तो इसका खामियाजा सिर्फ ग्रामीणों को ही क्यों उठाना पड रहा है. बड़े-बड़े संवेदकों पर प्रशासन क्यों नहीं करता है. क्या कहते हैं विभाग के जेई : आरसीडी विभाग के कनीय अभियंता मो फैज का कहना है कि फिलहाल बारिश के कारण कार्य बंद कराया गया है. शीघ्र शिलान्यास कराया जायेगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

