भागाबांध नर्सरी मोड़ पर रविवार को वन महोत्सव मनाया गया. वन बचाओ जन जागृति समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डीएफओ मनीष तिवारी और विशिष्ट अतिथि थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार सिंह थे. इस दौरान बड़कीटांड़ और भलकुदर पंचायत के विभिन्न गांवों से बड़ी संख्या में महिलाओं व पुरुषों ने भाग लिया. समिति के सदस्यों ने बताया कि बेंगाबाद की शान कही जानेवाली हतवा जंगल की लगातार कटाई हो रही है. इससे वन जीवों के अस्तित्व पर मंडराता खतरा है. यह देख समिति का गठन कर जंगल को बचाने की मुहिम शुरू की गयी है. शुरुआत में आयी अड़चनों को दूर करते हुए इस अभियान को ग्रामीणों को जोड़ा गया. आज नतीजा सामने है. लोगों ने जंगल बचाने की सजगता आयी है. बड़ी संख्या में लोग जंगल को बचाने के लिए आगे आने लगे हैं. कार्यक्रम का आयोजन कर व वृक्षों में रक्षा सूत्र बांधा गया. वहीं, पौधे भी लगाये गये.
आय सृजन की दिशा में पहल कर रहा है विभाग : डीएफओ
डीएफओ मनीष तिवारी ने कहा कि जंगल है, तो जीवन है. हमें भविष्य की पीढ़ी का ध्यान रखते हुए जंगलों को बचाने की जरूरत है. कहा कि जंगल से ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति में सुधार हो, इसके लिए वन विभाग सखुआ व महुआ के बीज खरीदने की योजना पर काम कर रहा है. अगले साल से इसकी शुरुआत की जायेगी. वहीं, इस जंगल में तसर की खेती की व्यापक संभावना है. इस दिशा में भी काम चल रहा है. इस वर्ष सिल्क के उत्पादन के लिए सारीहन के कीड़े छोड़े जायेंगे. बताया कि पहले साल कोकून को नहीं छेड़ना है, जबकि दूसरे साल से इसका लाभ स्थानीय किसानों को मिलेगा. बताया कि कोकून से किसान अच्छी आमदनी कर पायेंगे. उन्होंने समिति की पहल की सराहना करते हुए हरसंभव मदद का भरोसा दिया. कहा वृक्षों में रक्षा सूत्र बांधने से भावनात्मक जुड़ाव बढ़ता है.जंगल काटना छोड़ दें, तो पौधे लगाने की जरूरत नहीं : थाना प्रभारी
विशिष्ट अतिथि थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि बदलती परिस्थिति के कारण इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन करना पड़ रहा है. कुदरत ने इस संसार को इस तरह संवारा है, जिसमें कोई अलग से करने की जरूरत नहीं थी. विकास की आड़ व खास उद्देश्य की पूर्ति के लिए प्रकृति को तहस नहस कर दिया गया है. ग्लोबल वार्मिंग चिंता की घंटी बजा रही है. वायुमंडल में ऑक्सीजन की कमी हो रही है. ओजोन मंडल की परत पतली हो जाने के कारण कैंसर की समस्या खड़ी कर रहा है. ग्रामीण इलाकों में गर्मी में तापमान कम रहता था, लेकिन आज स्थिति भयावह हो रही है. इसके लिए हम सभी जिम्मेदार हैं. इसकी क्षतिपूर्ति के लिए हम सबों को आगे आना होगा. कहा कि जंगल काटना छोड़ दें, तो जंगल लगाने की जरूरत नहीं है. प्रकृति स्वयं स्थिति को बेहतर कर सकती है. जंगल में आग लगाने से भी बचना होगा. कहा कि अभी सतर्क नहीं हुए तो आगे आनेवाले दिन में घातक संकट से जूझना पड़ेगा.ये थे उपस्थित :
कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रंजीत मरांडी, झामुमो के सुनील यादव, मुखिया भैयालाल मुर्मू, बासुदेव महतो, पंकज कुमार, समिति के शंकर मंडल, अरविंद मंडल, राजेश यादव, मोतीलाल बेसरा, अशोक बेसरा, रामबिहारी बेसरा, शोभन मुर्मू, सुरेंद्र बेसरा, सुनील मरांडी, गणेश मंडल आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

