बताया जाता है कि वैन गिरिडीह से डुमरी की ओर जा रही थी. पुल पर आते ही वाहन का टायर फिसलने लगा. वाहन रफ्तार में था, ऐसे में ड्राइवर का संतुलन बिगड़ गया और वाहन रेलिंग से टकरा गया. हालांकि, कुछ लोगों का कहना है कि वाहन रेलिंग से टकराने के बाद पलट भी गया था, जिसे स्थानीय लोगों ने खड़ा किया. वहीं, ड्राइवर ने वाहन के पलटने की बात से इंकार किया है. कहा कि विपरीत दिशा से आ रहे एक बाइक सवार को बचाने में यह घटना हुई.
आठ दिन पूर्व गिरा था टेलर
आठ दिनों पूर्व इसी पुलि पर एक टेलर रेलिंग तोड़ते हुए नदी में गिर गया था. चालक केबिन से निकलकर रात भर ट्रक के चक्का पर बैठा रहा. सुबह में लोगों से उसे बाहर निकाला. दो वर्ष पूर्व इसी पुल से बस गिर गयी थी. इसमें कुछ लोगों की मौत हो गयी थी.
पुल पर स्किट करता है चक्का
पुल से गुजरने वाले लोगों का कहना है कि सड़क एकदम चिकनी हो गयी है. सड़क मे लगे गिट्टी उखड़ गये हैं. गति तेज रहने पर चक्का स्किट करता है और वाहन पर नियंत्रण नहीं रहता है और दुर्घटना हो जाती है. इधर, लगातार बारिश से पुल पर जल जमाव हो गया है. इसके कारण भी परेशानी हो रही है.
रेलिंग कई जगहों पर है टूटा
पुल पर कई बार दुर्घटना हो चुकी है. कई जगहों पर रेलिंग भी टूट चुकी है. इसे बीच-बीच में बनाया गया है. बुधवार को दुर्घटना के बाद मेंटेनेंस का काम देख रहे लोगों ने बराकर पहुंचकर रेलिंग की मापी की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

