तिसरी प्रखंड में दुर्गापूजा शांतिपूर्वक संपन्न हो गयी. प्रखंड मुख्यालय स्थित सार्वजनिक दुर्गा मंडप परिसर में इस वर्ष सीओ अखिलेश प्रसाद ने कोर्ट का हवाला देते हुए विजयादशमी पर होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम पर प्रतिबंध लगा दिया. इस पर नाराज पूजा समिति के सदस्य व ग्रामीणों ने रोष जताया. कहा कि एक ही प्रखंड के खिड़किया मोड़, नावाडीह, नारोटांड़ व चंदौरी में कार्यक्रम हुआ, इसमें कोर्ट के आदेश अवहेलना भी हुई. प्रखंड मुख्यालय परिसर में कार्यक्रम पर प्रतिबंध लगाकर दोहरी नीति अपनायी गयी है. इसके विरोध में ग्रामीणों ने मूर्ति विसर्जन स्थगित कर दिया और न्याय की मांग को लेकर जिला प्रशासन से गुहार लगायी है. बता दें कि यहां प्रतिवर्ष विजयादशमी को सांस्कृतिक कार्यक्रम होता था. लेकिन, इस बार सीओ ने कोर्ट नोटिस को देखते हुए प्रतिबंध लगा दिया. इसका पालन करते हुए समिति ने कार्यक्रम रद्द कर दिया. लोगों में गुस्सा इस बात पर है कि तिसरी प्रखंड के विभिन्न स्थानों पर रातभर कार्यक्रम चलता रहा, लेकिन वहां प्रतिबंध नहीं लगाया गया. इसको लेकर पूजा कमेटी व ग्रामीणों की बैठक मंदिर परिसर में हुई, जिसमें सर्वसमिति से यह निर्णय लिया गया कि मूर्ति विसर्जन तभी होगा, जब जिला प्रशासन न्याय करेगा. बैठक में पूजा समिति के अध्यक्ष मनोज यादव, तिसरी के मुखिया किशोरी साव, यशवंत सिंह, मोहन बरनवाल, मनोज पांडेय, राजेंद्र पांडेय, मुकेश प्रजापति, प्रकाश यादव, नितेश यादव, सन्नी यादव समेत अन्य मौजूद थे.
क्या कहते हैं सीओ
सीओ अखिलेश प्रसाद ने बताया कि हमने कोर्ट के आदेश के अनुसार सभी पूजा स्थलों पर कार्यक्रम आयोजित करने की बात कही थी. कहा था कि कोर्ट के आदेश के तहत ही कोई कार्यक्रम होगा. ऑर्केस्ट्रा इसमें नहीं हो सकता है.
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