हीरोडीह थाना क्षेत्र अंतर्गत भंडारों गांव के 70 वर्षीय मथुरा राय व उनकी पत्नी शनिचरी देवी सोमवार को अपने पुत्र आयुष राय के साथ बाइक से बैंक ऑफ इंडिया रेंबा आ रहे थे. ढाबातरी व भंडारो के मोड़ पर एक अज्ञात वाहन ने सामने से उसकी बाइक को धक्का मार दिया. इससे मथुरा राय, शनिचरी देवी व आयुष राय गंभीर रूप से जख्मी हो गये. राहगीर व परिजनों ने उन्हें जमुआ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया. वहां शनिचरी देवी (65) की मौत हो गयी, जबकि आयुष व मथुरा राय काे बेहतर इलाज के लिए धनबाद ले जाया गया. मृतका की बहू धनेश्वरी देवी पति चंद्रशेखर राय ने कहा कि सही समय पर इलाज नहीं होने से मेरी सास की मौत हो गयी है. जख्मी हालत में हमलोग 10.30 बजे जमुआ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उन्हें लाए थे. डॉक्टर के नहीं रहने से विलंब से इलाज हुआ. काफी हो हल्ला होने के बाद इलाज आरंभ हुआ. वहीं जिप सदस्य विजय पांडेय ने कहा कि 108 एंबुलेंस के कर्मी फोन ही नहीं उठाते हैं. अस्पताल परिसर में दर्जनों निजी एंबुलेंस खड़े रहते हैं. अगर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी निजी एंबुलेंस संचालक को मरीज को सदर हॉस्पिटल गिरिडीह पहुंचाने का निर्देश देते, तो सड़क दुर्घटना में जख्मी शनिचरी देवी की मौत नहीं होती. चिकित्सक की लापरवाही से उसकी मौत हुई है.
कुछ लोगों ने शव पर राजनीति करने की आदत बना ली है : प्रभारी
जमुआ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ कुलदीप तिर्की ने कहा कि शनिचरी देवी का उपचार 11.15 बजे आरंभ कर दिया गया. स्थिति काफी गंभीर देख बेहतर इलाज के लिए उसे गिरिडीह रेफर किया गया. कहा कि कुछ लोगों ने शव पर राजनीति करने की आदत बना ली है.
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