गिरिडीह कॉलेज में शुक्रवार को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का आयोजन राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई एक ने किया. मुख्य अतिथि कॉलेज के प्राचार्य डॉ अनुज कुमार व एनएसएस एक के प्रोग्राम ऑफिसर प्रोफेसर धर्मेंद्र कुमार वर्मा थे. प्राचार्य ने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के उद्देश्य पर अपनी बातें रखीं. कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य विज्ञान के प्रति जागरूकता फैलाना और वैज्ञानिक अनुसंधान व नवाचार को बढ़ावा देना है. प्रो वर्मा ने कहा कि 28 फरवरी 1928 को प्रसिद्ध भारतीय वैज्ञानिक सीवी रमन ने रमन प्रभाव की खोज की थी, जिसके लिए उन्हें 1930 में भौतिकी का नोबेल पुरस्कार मिला. उनकी इस उपलब्धि के सम्मान में भारत सरकार ने 1986 में 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की. कार्यक्रम में एनएसएस के स्वयंसेवक अंकित, राहुल, रवि , रंजीत, रंजीत दास, सतीश, सुनील, राजन रोहित आदि उपस्थित रहे.
कबाड़ से बनाये मॉडल लोगों ने सराहा
संत पॉल हाइस्कूल औरा में विज्ञान प्रदर्शनी सह क्राफ्ट प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि बगोदर के पूर्व विधायक विनोद कुमार सिंह, बगोदर-सरिया के एसडीपीओ व प्रखंड प्रमुख आशा राज थे. अतिथियों ने बच्चों के मॉडल को देका और सराहना की. बच्चों ने 25 मॉडल प्रस्तुत किये. विज्ञान के अलावा कबाड़ से कई कलाकृति बनायी. पूर्व विधायक श्री सिंह ने सभी कहा कि प्रदर्शनी से बच्चों की छिपी प्रतिभा सामने आई है. वहीं, एसडीपीओ ने कहा कि इस तरह के आयोजन से बच्चों में खोज की क्षमता बढ़ती है. बच्चों ने इलेक्ट्रिसिटी इन स्पीड ब्रेकर, फैक्ट्री वर्किंग, फायर फाइटिंग, इलेक्ट्रिकल सेफ्टी, वाटर डिस्टिलेसन, वाटर प्यूरिफिकेशन, स्मार्ट सिटी एंड स्मार्ट फार्मिंग काम मॉडल प्रस्तुत किया. मौके पर इश्तियाक अंसारी, कैलाश महतो, अरविंद साहू, सिकंदर अली, शिक्षक हाफिज अंसारी, आशिक अंसारी, सुलचदेव सिंह, निशो कोई, मंटू कुमार, जितेंद्र कुमार, रोहित कुमार, टहल कुमार, गुलाबचंद कुमार, रानी, तिलो, बबिता, श्वेता, सुनीता आदि मौजूद थे.
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