महाशिवरात्रि पर सरिया प्रखंड के शिवालयों में भक्तों की भीड़ उमड़ी रही. लोगों ने शिव-पार्वती की पूजा की. मंदिरों को आकर्षक रूप से सजाया गया. भगवान शिव की बरात निकाली गयी. इस दौरान हर हर महादेव, जय श्री राम के जयकारा से क्षेत्र गूंज उठा. तपस्वी मौनी बाबा राजदहधाम समिति के नेतृत्व में राजदह से निकली शिव बरात संस्कृत विद्यालय होते हुए पोटमा, निमाटांड़, सबलपुर, विजयपुरा, नावाडीह, बागोडीह मोड़ होते हुए पुनः राजदहधाम पहुंची. वहीं, छीली छपरी स्थित शिवशक्तिधाम मंदिर परिसर से भी शिव बरात निकली, जो पूरे सरिया बाजार का भ्रमण कर वापस मंदिर आयी. भगवान शिव-पार्वती, विश्वामित्र मुनि, देव ऋषि नारद, हनुमान, बंदर-भालू, भूत-पिशाच आदि की मनमोहक झांकी लोगों के आकर्षण का केंद्र बना रहा. बरात की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चार हुई. जगह-जगह फूलों की वर्षा कर बरात का स्वागत किया गया. श्रद्धालुओं के लिए शरबत की व्यवस्था की गयी थी. सरिया गुरुद्वारा के पास गुरु का लंगर लगा. बरात के वापस लौटने पर भंडारा का आयोजन हुआ. वहीं देर रात शिव-पार्वती का विवाह संपन्न हुआ. इसके अतिरिक्त बागेश्वर मंदिर बागोडीह, सदाशिवधाम चंद्रमारणी, बलीडीह, सरिया बाजार, मोकामो, पावापुर, धोवारी, खेशकरी, पोखरियाडीह, अमनारी, केशवारी, परसिया, नगर केवलारी समेत अन्य गांव में भी बरात निकला. विधि व्यवस्था बनाये रखने में स्वयंसेवकों के साथ पुलिस अलर्ट रही.
देवरी में निकली भगवान भोलेनाथ की बरात
देवरी प्रखंड के देवपहाड़ी शिव मठ, चतरो लकड़गढ़ा महादेव मंदिर, देवरी शिवमंदिर व विराजपुर महादेव पहाड़ी मंदिर में शिव भक्तों ने भगवान भोलेनाथ की बरात निकाली गयी. इसमें झांकी आकर्षण का केंद्र रहा. देवपहाड़ी में महंत गौरवानंद जी महाराज के नेतृत्व में निकाली गयी बरात में शामिल शिवभक्त देवपहाड़ी से चलकर नेकपुरा, खरगडीहा, मिर्जागंज, महतोटांड़, सांखो, चतरो, देवरी होते हुए वापस शिव मठ पहुंचे. चतरो में शिव भक्तों ने निकाली गयी झांकी ने पूरे चतरो का भ्रमण किया. बरात में शिव भक्त भगवान भोलेनाथ, ब्रह्मा, विष्णु, राम, लक्ष्मण, सीता, दुर्गा, काली सहित अन्य देवी देवता के साथ भूत-पिशाच की वेषभूषा में शामिल हुए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है