Giridih News : डाक बंगला रोड सरिया स्थित जिला परिषद का निरीक्षण भवन उचित रख रखाव के अभाव में जर्जर हो रहा है. इसके चारों ओर कई प्रकार की पेड़-पौधे तथा झाड़ियां उग आये हैं. सांप-बिच्छू जैसे विषैले जीव जंतुओं का डेरा बन गया है. जुआ खेलने वालों के लिए यह एक सुरक्षित स्थल है. इस भवन में लगा ताला भी टूटा हुआ है. ऐसा लगता है कि यह भवन लावारिस हो गया है. जिला परिषद का निरीक्षण भवन डाक बंगला के नाम से जाना जाता है. यह 2.5 एकड़ में फैला हुआ है. इस परिसर में पूर्व से बना निरीक्षण भवन के जर्जर हो जाने के बाद बगल में इसी परिसर में वर्ष 2015 में 46 लाख रुपये की लागत से जिला परिषद का नया निरीक्षण भवन बनाया गया. उस समय भवन की देखरेख विभाग के तत्कालीन कर्मी जयराम साह कर रहे थे. वह वर्ष 2016 में उनके सेवानिवृत्त होने के बाद उन्होंने भवन की चाबी विभाग के जिला अभियंता को सौंप दिया.
अभी तक नहीं हुई किसी कर्मी की नियुक्ति :
जयराम की सेवानिवृत्ति हुए आठ वर्ष से अधिक समय बीत गया, लेकिन किसी कर्मचारी की पोस्टिंग संबंधित विभाग ने नहीं की है. इसके कारण भवन का रख-रखाव नहीं हो रहा है. अब तो स्थिति यह है कि दरवाजे व खिड़कियों में दीमक लगने लगे हैं. खिड़कियों में लगे शीशे टूट गये हैं. भवन के बाहर साफ-सफाई के अभाव में गंदगी का अंबार लगा हुआ है. बता दें कि डाक बंगला परिसर में इन भवनों के अतिरिक्त पूर्व से पंचायत भवन बना हुआ है, जिसमें वर्तमान में बड़की सरैया नगर पंचायत का कार्यालय संचालित है. इसी परिसर में विभाग ने व्यावसायिक दृष्टिकोण से 10 कमरे बनाये हैं. कमरों को स्थानीय लोगों को रोजगार के लिए निविदा के आधार पर दिया गया है. स्थानीय लोगों की मानें, तो विभाग के अधिकारी इन दुकानदारों से सिर्फ किराए लेते हैं. अधिकारियों की लापरवाही से लाखों का भवन बर्बाद हो रहा है.क्या कहते हैं जिप उपाध्यक्ष :
जिला परिषद के उपाध्यक्ष छोटेलाल यादव ने बताया कि इस भवन के बारे में उन्हें जानकारी नहीं थी. अब जब जिला परिषद की बैठक होगी, वहां इस मुद्दे को उठाया जायेगा. भवन के रखरखाव की व्यवस्था की जायेगी या फिर निविदा के आधार पर आवंटित किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है