कार्यक्रम के दौरान लोगों ने शिक्षा, चिकित्सा, सड़क, नाली समेत अन्य समस्या को प्रमुखता से उठाया. लोगों का कहना था गांव की मुख्य सड़क पर हर समय नाली का पानी बहता रहता है. एक वर्ष पहले आरसीडी ने सड़क निर्माण करवाया था, लेकिन इसकी स्थिति जर्जर हो गयी है. सड़क पर जल जमाव के कारण आवाजाही प्रभावित हो रही है. वहीं, व्यवसायियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. विभाग ने जमीन अधिग्रहण के लिए मापी भी करवायी गयी है, लेकिन जमीन नहीं मिलने से सड़क का चौड़ीकरण व नाली निर्माण का कार्य लंबित है. इससे अक्सर सड़क जाम की स्थिति बनी रहती है.
उत्क्रमित मध्य विद्यालय में तीन सौ बच्चे
उत्क्रमित मध्य विद्यालय नगवां जहां लगभग तीन सौ बच्चे अध्ययनरत हैं. विद्यालय जाने के लिए सड़क नहीं होने के कारण बच्चों को काफी परेशानी होती है. बच्चे पगडंडी होकर विद्यालय जाते हैं. दोनों ओर खेत हैं, जिसमें फसल लगी रहती है. बच्चों के खेत के पतले मेड़ पर से विद्यालय जाना पड़ता है. अक्सर छोटे-छोटे बच्चे आने-जाने के क्रम में खेत में गिरते हैं. बताया कि विद्यालयों में शिक्षकों का भारी अभाव है. विद्यालयों में सौ एक के अनुपात में शिक्षक हैं, जिससे बच्चों की पढ़ाई चौपट हो रही है. सक्षम लोग अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूल में पढ़ाते हैं. जबकि निर्धन परिवार के बच्चों का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है.दूषित जल पीने को विवश है लोग
नगवां पंचायत में पेयजलापूर्ति गावां टंकी से की जाती है. यह महीने में 8-10 दिन बंद ही रहती है. टंकी में फिल्टर नहीं होने के कारण नल से गंदा पानी निकलता है. इसे पीकर अक्सर लोग बीमार पड़ते हैं. पंचायत के बगल में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण लगभग छह साल पहले किया गया था, जिसे अभी तक चालू नहीं किया जा सका है. इससे लोगों को स्वास्थ्य सेवा नहीं मिल रही है.श्मशान व कब्रिस्तान जाने वाली सड़क है पर जमा है कीचड़
नगवां नीचे टोला में श्मशान घाट व कब्रिस्तान जाने वाली सड़क पर कीचड़ पसरा हुआ है. इससे लोगों को शव को स्थल तक ले जाने में लोगों को काफी कठिनाई होती है. कई बार सड़क निर्माण को ले विभाग जनप्रतिनिधियों को आवेदन भी दिया, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ. उक्त पथ से दोनों समुदायों के लोग शव लेकर जाते हैं.पंचायत स्तरीय योजना से हो रहा कार्य : मुखिया
नगवां के मुखिया मो मेराजुद्दीन ने कहा कि पंचायत स्तरीय योजनाओं से हरसंभव विकास का कार्य किये जा रहे हैं. बड़ी योजनाओं व समस्याओं के हल के लिए पदाधिकारियों को पहल करनी चाहिए. मामले को ले पत्राचार भी किया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

