ओमीलाल आजाद ने वर्ष 1985 में गिरिडीह विधानसभा सीट से सीपीआई के टिकट पर जीत हासिल की थी. उन्होंने गिरिडीह कोलियरी में ट्रेड यूनियन से जुड़कर अपनी राजनीतिक पारी की शुरूआत की थी. वर्ष 1966 से वे यूनाइटेड कोल वर्कर्स यूनियन से जुड़े. और फिर उन्हें यूनियन का सचिव भी बनाया गया. उन्होंने लाल झंडे के तले मजदूरों के हक को लेकर कई लड़ाइयां लड़ीं. इसी कड़ी में वे सीपीआई में जिला सचिव बने. उन्होंने कोयला मजदूरों के साथ-साथ माइका मजदूरों के हक में भी आवाज बुलंद की. वे बिहार माइका मजदूर संगठन के जिला महासचिव पद पर भी रहे. पूर्व विधायक के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए यूनाइटेड कोल वर्कर्स यूनियन के सचिव देवशंकर मिश्र कहते हैं कि ओमीलाल आजाद हमेशा जुल्म के खिलाफ आवाज उठाते रहे. बताया कि वे लॉ ग्रेजुएट थे. कम्युनिस्ट पार्टी की क्लास के लिए वे रूस तक गये थे. उनके निधन से पार्टी को बड़ी क्षति हुई है. शोक व्यक्त करने वालों में प्रदीप पासवान, मनोज दास, गोपाली राम आदि शामिल हैं.
ऑल इंडिया फारवर्ड ब्लाक ने दी श्रद्धांजलि
ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने ओमीलाल आजाद के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि दी. पूर्व जिप सदस्य सह फारवर्ड ब्लॉक नेता राजेश यादव ने कहा कि ओमीलाल आजाद का संघर्ष गिरिडीह के गरीब गुरबों के लिए यादगार रहेगा.
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