रणधीर ने कहा है कि उसके पिता रात में नये घर में रहते थे. प्रतिदिन उसकी मां शाम पिता के लिए खाना लेकर नये घर में जाती थी. गुरुवार रात जब मेरी मां समय खाना लेकर नहीं पहुंची, तो उसके पिता मोबाइल की लाइट में उसे देखने निकले. इसी बीच ओझा परिवार के चारों लोगों को भागते हुए देखा. मेरी मां का बिना सिर खून से लथपथ जमीन पर पड़ा मिला. शव को देख वह हल्ला करने लगे. आवेदन में कहा है कि उक्त बातें मेरे पिता ने बतायी है. इस घटना के बाद ग्रामीणों की मांग पर खोजी कुत्ता व स्पेशल जांच टीम बुलायी गयी. हालांकि. जांच के बाद घटना दूसरी तरफ मोड़ लेती भी दिख रही है. पुलिस व जांच टीम अभी कुछ स्पष्ट नहीं बता पा रही है.
एसडीपीओ ने कहा
खोरीमहुआ के एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि घटनास्थल व आसपास से मिले साक्ष्य के अनुसार सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है. जांच के क्रम में हत्या में प्रयोग किया गया टॉर्च, गमछा व घर के भीतर खून का धब्बा मिला है. टेक्नीकल सेल से सभी पहलुओं पर जांच जुटायी जा रही है. बहुत ही जल्द कांड का उद्भेदन कर लिया जायेगा.
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