घटना शुक्रवार की सुबह दस बजे की है. किसान के खदान में डूब जाने की सूचना पर आसपास के लोग खदान में उतरकर खोजबीन में जुट गये. घटना की सूचना पर हीरोडीह थाना पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंची. इस दरमियान लगभग छह घंटे तक खोजबीन के बाद अर्जुन सिंह के शव को खदान से निकाला जा सका. जिस बंद खदान में डूबने से किसान की मौत हुई, उसमें बीस से पचीस फीट पानी जमा है. ग्रामीणों के द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक किसान अर्जुन सिंह शुक्रवार की सुबह में धान की फसल की रोपाई हेतु अपने खेत की जोताई कर रहे थे. किसान के खदान में डूब जाने की सूचना पर गांव के लोग मौके पर खदान में उतरकर खोजबीन में जुट गए. काफी मशक्कत के बाद भी शव का पता नहीं चलने पर खदान में झग्गर डाला गया. झग्गर के सहयोग से शाम चार बजे शव को निकाला जा सका. इधर खदान से शव को निकाले जाने के बाद हीरोडीह थाना के सब इंस्पेक्टर वीरेंद्र तिवारी के द्वारा शव का पंचनामा तैयार किया गया. इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजने में पुलिस जुट गई. हीरोडीह के थाना प्रभारी महेश चंद्र ने बताया की खदान में डूबने से एक व्यक्ति की मौत हुई है. इधर खदान में डूब जाने से किसान की मौत की घटना से आहत परिवार के सदस्यों का रो रोकर बुरा हाल हो गया है. कांग्रेसी नेता मदन मोहन सिंह, मुखिया तनुजा मरांडी, पूर्व मुखिया नवीन मुर्मू ने मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिवार को सांत्वना दी.
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