पांच जुलाई को हाइटेंशन टावर पर करंट की चपेट में आया था भरखर का सुरेश
डुमरी थाना क्षेत्र के भरखर निवासी सुरेश महतो का शव रविवार सुबह को उसके घर पहुंचा. सुरेश की मौत पिछले बुधवार को चेन्नई में टावर में करंट लगने से हो गई थी. शव पहुंचते ही गांव का माहौल गमगीन हो गया. एंबुलेंस पहुंचते ही लोगों की भीड़ उसके घर के पास जमा हो गयी. पति की मौत के बाद पत्नी मालो देवी की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. परिजनों का विलाप देख हर किसी की आंख नम थीं. गांव में चारों तरफ मातम का माहौल था. भरखर निवासी भोला महतो के पुत्र सुरेश (32) चेन्नई में श्रीनिवास इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड में काम करता था.सरकारी अस्पताल में चल रहा था इलाज
पांच जुलाई को वह हाइटेंशन टावर में करंट लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया था. उसे इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसकी मौत हो गयी. वह घर का इकलौता कमाऊ सदस्य था. प्रवासी श्रमिक हित में कार्य करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता सिकंदर अली संवेदना प्रकट करते हुए कहा है कि हजारीबाग, गिरिडीह व बोकारो जिले के बड़ी संख्या में श्रमिक देश-विदेश में कार्यरत हैं. ऐसे में उनके साथ आये दिन अनहोनी के बाद शव लाने की पीड़ा और मुआवजा एक बड़ी समस्या होती है. उन्होंने श्रमिकों की मौत के बाद एक निश्चित रकम मुआवजा के रूप में कंपनियों को देने के संबंध में सरकार से पहल करने की मांग की, ताकि पीड़ित परिवार को राहत मिल सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

