प्रसिद्ध पर्यटन स्थल व तीर्थनगरी झारखंडधाम बाबा मंदिर से महज 250 गज की दूरी पर स्थित इरगा नदी से सोमवार को बिहार के एक पूर्व मुखिया का शव तैरते हुए बरामद किया गया. शव की पहचान लखीसराय जिले के हलसी प्रखंड की गेरूआ पुरसंडा पंचायत के पूर्व मुखिया सुरेश वर्मा के रूप में की गयी. रविवार अपराह्न तीन बजे सुरेश अपने बगल के गांव के कुछ साथियों संग पूजा-अर्चना करने कार बीआर 01पीके 0929 से झारखंडधाम पहुंचे थे. चंद्रग्रहण के चलते मंदिर के कपाट बंद थे. इस कारण पूजा नहीं कर सके. वे अपने दोस्तों के साथ पास के ही हनुमान मंदिर के पास बैठ गये. उनके साथ आये लोगों का कहना है कि सुरेश वर्मा नशे की हालत में इधर-उधर चले जा रहे थे. जब दोस्तों ने ऐसा करने से मना किया, तो वे मंदिर के पास ही बैठ गये. सभी ने तय किया कि सोमवार को पूजा कर घर लौटेंगे. उनके साथ आये शशि कुमार, दिलखुश कुमार और रामरस कुमार मंदिर के आसपास घूमकर समय काटने लगे. इसी दौरान पूर्व मुखिया उनसे बिछड़ गये. उनके साथियों ने बताया कि पूरे मंदिर और आसपास उनकी खोजबीन की गयी, लेकिन रात में कहीं पता नहीं चला.
हीरोडीह थाना पुलिस को दी गुमशुदगी की सूचना
रविवार सुबह पूर्व मुखिया के साथियों ने हीरोडीह थाना पुलिस को उनके गुम होने की सूचना दी. इसी क्रम में झारखंडधाम से थाना को सूचना मिली कि इरगा नदी में एक शव तैर रहा है. हीरोडीह व परसन थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को बाहर निकलवाया. मृतक की पहचान सुरेश वर्मा के रूप में की गयी. साथियों ने बताया कि सुरेश हमेशा शराब का सेवन करते थे. आशंका जतायी कि उनसे बिछड़कर सुरेश ने शराब का सेवन किया होगा. इसी क्रम में नदी में गिरने से मौत हो गयी होगी. सुरेश दो बार मुखिया रह चुके थे. हीरोडीह पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए गिरिडीह भेज दिया है. थाना प्रभारी महेश चंद्रा ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चलेगा.
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