संगोष्ठी में मुख्य अतिथि संस्थान के प्रबंधन समिति के अध्यक्ष अरविंद कुमार ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए अपने अभिभाषण में एक तकनीकी शिक्षण संस्थान में रैगिंग मुक्त वातावरण का होना अति आवश्यक बताया. इसके साथ ही छात्रों को रैगिंग मुक्त संस्थान को बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की. संस्थान के टीपीओ अनुपम किशोर ने अपने अभिभाषण में इस संस्थान के ग्यारह वर्षों के रैगिंग मुक्त गौरवशाली इतिहास को आगे भी कायम रखने का संकल्प लिया और कहा कि इस सप्ताह को ऐन्टी रैगिंग वीक के तौर पर मनाया जाएगा.
कानूनी दंडों के बारे में दी जानकारी
विद्युत अभियंत्रण विभाग से संधीर कुमार ने रैगिंग के दुष्प्रभावों, शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न और इससे जुड़े कानूनी दंडों के बारे में अवगत कराया. यांत्रिक अभियंत्रण विभाग से रवि रंजन कुमार ने रैगिंग के कारण काफी समस्याओं और मानसिक तकलीफों के बारे में बताते हुए अपने अनुभव साझा किए. विज्ञान एवं मानविकी विभाग से सुनील कुमार शर्मा ने भी रैगिंग मुक्त शिक्षण संस्थान की अनिवार्यता पर अपने विचार प्रकट किए. संगोष्ठी में सम्मिलित छात्र-छात्राओं ने भी अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए. प्रथम वर्ष के शुभम कुमार, मुस्कान कुमारी, अभिषेक कुमार महतो एवं अविनाश कुमार और द्वितीय वर्ष के भास्कर कुमार एवं सुरुचि कुमारी ने अपने विचार रखे. मौके पर यंत्रिक कार्यशाला इंचार्ज शिव शंकर कुमार, बलराम राणा आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

