शहरी क्षेत्र के बाभनटोली में बने एक निजी तालाब में गुरुवार की रात जहर डालने का मामला प्रकाश में आया है. शुक्रवार की सुबह जब मरी हुईं मछलिया पानी के ऊपर तैरती मिलीं, तो इसका पता चला. तालाब मालिक तरुण कुमार सिंह उर्फ गोलू कुमार ने इसे सोची-समझी साजिश बताया. उनका कहना है कि काफी मेहनत से मत्स्य पालन के तहत उन्होंने मछली पाली थी, कुछ दबंग किस्म के लोगों ने जानबूझकर बर्बाद कर दिया है. गोलू के तालाब उनके परिवार की निजी संपत्ति है. इधर, कुछ समय से कुछ लोग तालाब को सरकारी घोषित करने और उसके किनारे सार्वजनिक रास्ता बनाने की मांग कर रहे हैं. इसको लेकर विवाद भी हो चुकी है. उनका आरोप है कि विरोधी पक्ष ने तालाब में जहर डाल दिया. इससे 50 क्विंटल से अधिक मछलियां मर गयी. उन्हें लाखों का नुकसान हुआ है. उन्होंने आरोप लगाया कि घटना के बाद कुछ लोगों ने तालाब से मरी हुई मछलियों को चुराकर बेचने तक की भी कोशिश की. उन्होंने कुछ लोगों को आरोपित करने हुए लगाते हुए मुफस्सिल थाना में आवेदन दिया है.
क्या कहते हैं थाना प्रभारी
थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो ने बताया कि तालाब मालिक से मिले आवेदन के आधार पर जांच की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

