गिरिडीह : गांधी मैदान तेलोडीह में आयोजित असलम मेमोरियल नॉक आउट फुटबॉल टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले में रविवार शाम को विवाद हो गया. इसके बाद बोड़ो की टीम ने आयोजकों व स्थानीय मुखिया पर जान-बूझ कर उनकी टीम को हराने का आरोप लगाया. इसी विवाद के बाद बोड़ो के खिलाड़ियों व स्थानीय युवकों ने सोमवार को तेलोडीह के मुखिया का पुतला फूंका और जमकर नारेबाजी की.
बताया जाता है कि तेलोडीह स्थित गांधी मैदान में असलम मेमोरियल नॉक आउट फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन पिछले 13 अक्तूबर से किया गया था. टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला रविवार को बोड़ो व बरवाडीह की टीम के बीच खेला गया. मैच में दोनों ही टीम बराबरी में रहीं. इसके बाद टाई ब्रेकर से अंतिम निर्णय कराने का फैसला लिया गया, लेकिन बोड़ो की टीम वाक आउट कर गयी, जिसके बाद आयोजकों ने संयुक्त रूप से मैच के विजेता टीम की घोषणा कर दी.
इसके बाद बोड़ो टीम के नेतृत्वकर्ताओं व खिलाड़ियों निसार उर्फ बाबा, असफाक अंसारी, सोनू, मिनहाज, छोटू आदि ने तेलोडीह के मुखिया शब्बीर अंसारी पर आरोप लगाया गया कि उनके इशारे पर मैच में रेफरी ने जान-बूझ कर बोड़ो के खिलाड़ियों को पीला कार्ड दिखाकर बार-बार बाहर किया. बोड़ो के खिलाड़ियों व स्थानीय लोगों का आरोप है कि स्थानीय मुखिया ने जान-बूझ कर उनकी टीम को हराया है.