गिरिडीह : गिरिडीह कोलियरी ने वित्तीय वर्ष 2018-19 में मुख्यालय द्वारा दिये गये कोयला उत्पादन लक्ष्य के विरुद्ध 3.75 लाख टन कोयला का उत्पादन किया है. इस संबंध में सोमवार को गिरिडीह कोलियरी के महाप्रबंधक प्रशांत वाजपेयी ने बताया कि इस प्रक्षेत्र को दो लाख टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य मिला था.
लक्ष्य के विरुद्ध कोलियरी ने 3.75 लाख टन कोयला का उत्पादन किया है. वहीं आठ लाख क्यूबिक मीटर ओबी निकालने के लक्ष्य के विरुद्ध 13 लाख टन क्यूबिक मीटर ओबी निकाला. रेल डिस्पैच में इस बार चार लाख 94 हजार टन कोयला डिस्पैच किया गया, वहीं रोड सेल में मात्र 25 हजार टन कोयला डिस्पैच हुआ. गिरिडीह कोलियरी ने 140 रैक सप्लाई की है.
उन्होंने बताया कि इसके लिए तमाम कर्मी व अधिकारी बधाई के पात्र हैं. वित्तीय वर्ष 2019-20 में गिरिडीह कोलियरी को 5.75 लाख टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य दिया गया है. लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कार्ययोजना तैयार कर इसे मूर्त्त रूप दिया जायेगा. एक सवाल के जवाब में श्री वाजपेयी ने बताया कि फिलवक्त गिरिडीह कोलियरी 121 करोड़ रूपये घाटे में चल रही है. कोलियरी को घाटे से उबारने के लिए तमाम पहलुओं पर विचार-विमर्श किया जायेगा. घाटे को कम करने की भरसक कोशिश की जायेगी.