Advertisement
गिरिडीह : पीड़ित नाबालिग लड़कियों से छेड़खानी के आरोप की जांच हुई तेज, धनवार के आरोपी जमादार से पूछताछ
गिरिडीह/राजधनवार : अपहरण व दुष्कर्म पीड़ित नाबालिग लड़कियों से छेड़खानी के मामले की जांच तेज कर दी गयी है. धनवार थाना क्षेत्र की दो नाबालिग चचेरी बहनों का अपहरण कर तीन युवकों ने 15 दिनों तक सामूहिक दुष्कर्म किया था. बाद में पुलिस लड़कियों को आरोपियों के साथ बरामद कर लौट रही थी, आरोप है […]
गिरिडीह/राजधनवार : अपहरण व दुष्कर्म पीड़ित नाबालिग लड़कियों से छेड़खानी के मामले की जांच तेज कर दी गयी है. धनवार थाना क्षेत्र की दो नाबालिग चचेरी बहनों का अपहरण कर तीन युवकों ने 15 दिनों तक सामूहिक दुष्कर्म किया था. बाद में पुलिस लड़कियों को आरोपियों के साथ बरामद कर लौट रही थी, आरोप है कि इसी दौरान जमादार ने लड़कियों के साथ छेड़खानी की थी.
शनिवार को इस मामले की शिकायत पीड़िता ने एसपी से की. इसके बाद एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने इसे गंभीरता से लिया और जांच का निर्देश डीएसपी संतोष कुमार मिश्र को दिया था. निर्देश के बाद से ही पुलिस पदाधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है. शनिवार की रात को ही डीएसपी के साथ महिला थाना प्रभारी विंध्यवासिनी सिन्हा धनवार के उक्त गांव में पहुंचे.
यहां पर पीड़ित लड़कियां नहीं मिलीं तो उनके माता-पिता से पूरी घटना की जानकारी ली गयी. वहीं इस दौरान स्थानीय मुखिया को भी पुलिस पदाधिकारियों ने बुलाया और पूछा गया कि बच्चियां कहां गयी हैं. इसपर मुखिया ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं दी गयी है. हालांकि, इस दौरान यह बात सामने आयी कि लड़कियों को घर में रखने का विरोध लड़कियों के एक चाचा ने किया था, जिसके बाद दोनों को गांडेय व कोडरमा भेज दिया गया.
रात में जांच के बाद डीएसपी धनवार थाना भी गये और आरोपी जमादार बुद्धदेव उरांव के साथ कांड के अनुसंधानकर्ता इस्माइल मरांडी को गिरिडीह मुख्यालय तलब किया गया. रविवार को दोनों पुलिस पदाधिकारी गिरिडीह पहुंचे और अपना पक्ष रखा. रविवार को दोनों पीड़िता भी अपने परिजनों के साथ मुख्यालय पहुंचीं, जिनका बयान डीएसपी ने दर्ज किया.
महिला पुलिस के बगैर ही बरामदगी करने गयी थी टीम : बताया जाता है कि 17 नवंबर को चार बजे शाम दोनों चचेरी बहन डोरंडा स्थि एक शृंगार दुकान गयी थीं. इसी दौरान इनका अपहरण कर लिया गया. मामले को लेकर धनवार थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. इस बीच लड़कियों को कोलकाता में रखे जाने की सूचना पर दो दिसंबर को कांड के अनुसंधानकर्ता इस्माइल मरांडी, जमादार बुद्धदेव उरांव अपहृत लड़कियों के पिता को लेकर कोलकाता चले गये.
टीम निजी वाहन से कोलकाता गयी थी और इनके साथ महिला पुलिस की टीम या कोई भी महिला नहीं थी. बताया जाता है कि बगैर महिला पुलिस के ही दोनों लड़कियों को न सिर्फ बरामद किया, बल्कि उसी वाहन में बैठाकर लाया गया, जिसमें दोनों के साथ 15 दिनों तक सामूहिक दुष्कर्म करने के तीन आरोपी क्रमश: चिताखारो के आशीष कुमार, सलैयडीह के सूरज कुमार राणा व केशोडीह के बिनोद कुमार को गिरफ्तार कर बैठाया गया था.
खाना खाने लगी पुलिस तो भाग गये आरोपी
इस मामले को लेकर एसपी को दिये आवेदन में पीड़िता ने कहा है कि कोलकाता से चलने के बाद जब वाहन वर्द्धमान(पश्चिम बंगा) पहुंचा तो गाड़ी रोककर पुलिस के अधिकारी खाना खाने लगे. इस दौरान तीनों आरोपी भाग गये. वहीं आरोपियों को पकड़ने के लिये कांड के अनुसंधानकर्ता पीछे गये तो वाहन में दोनों पीड़िता बच गयी. आरोप लगाया कि वाहन में उसके अलावा जमादार बुद्धदेव उरांव व गाड़ी का ड्राइवर बैठा था. इसी दौरान मौके का फायदा उठाकर जमादार ने उन दोनों के साथ अश्लील हरकत की.
कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन : रेखा
राजधनवार जिप सदस्य रेखा अग्रवाल ने इस मामले की शिकायत के बाद एसपी के तत्काल गंभीरता पूर्वक संज्ञान लेने पर संतोष जताया. कहा कि इस मामले में जिन पदाधिकारियों को जांच का जिम्मा मिला है वे पीड़िता को इंसाफ दिलायें.उन्होंने कहा कि दोषी पुलिस पदाधिकारी पर कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन किया जायेगा.
उन्होंने सवाल खड़ा किया कि आखिर महिला पुलिस के बगैर लड़कियों को कोलकत्ता से पुलिस कैसे ला रही थी, वहां के थाने को इस बरामदगी और गिरफ्तारी की जानकारी क्यो नहीं दी गयी थी. गिरफ्तार आरोपी भागे कैसे. कहा कि पीड़ित लड़कियों को न्याय दिलाकर रहूंगी.
जांच के बाद होगी कार्रवाई : एसपी
एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने कहा कि पुलिस पदाधिकारी पर लगे आरोपों को गंभीरता से लिया गया है. कहा कि पीड़िता की ओर से आवेदन मिला है. एक जमादार पर भी आरोप लगाया गया है. आरोपी चाहे कोई भी हो जांच में दोषी पाये गये तो ठोस कार्रवाई होगी. फिलहाल मामले की जांच के लिये डीएसपी के नेतृत्व में जांच कमेटी बनी है. जांच प्रतिवेदन मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.
आरोप गलत : जमादार
धनवार थाना के जमादार बुद्धदेव उरांव ने अपने ऊपर लगे आरोपों को गलत बताया. कहा कि वाहन में वे लड़कियों को समझा रहे थे,शायद यही बात लड़कियों व उनके परिजनों को बुरी लगी और उनपर गलत आरोप लगा दिया. कहा कि बच्चियां उनकी बेटी की उम्र की हैं, वे कैसे गलत हरकत कर सकते हैं.
पिता थे साथ इसलिए नहीं भेजी गयी महिला पुलिस : थाना प्रभारी
थाना प्रभारी कमलेश प्रसाद ने बताया कि चूंकि दोनों लड़की के पिता पुलिस के साथ कोलकाता गए थे, इसलिए महिला पुलिस नहीं भेजी गई थी. यह भी बताया कि प्रावधान के तहत 24 घंटे के अंदर बरामद लङकियों को कोर्ट में पेश करना था इसलिए बंगाल पुलिस को सूचना नहीं दी गयी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement