जानकारी के मुताबिक जिस जगह पर गोफ बना है, वहां पर पूर्व में कोयला का अवैध खनन हो चुका है. अवैध खनन के कारण जमीन के अंदर का हिस्सा खोखला हो गया है. बारिश में अक्सरां गोफ बनने की घटना घटित हो रही है. बताया जाता है कि पिछले तीन दिनों में झमाझम बारिश हुई. बारिश की वजह से गोफ के उपर पूर्व में डाला गया मिट्टी धंस गया. इस वजह से बड़ा सा गोफ बन गया है. गोफ बनने की सूचना पर सीसीएल प्रबंधन ने तत्काल सीसीएल सुरक्षा विभाग की टीम को उक्त स्थल पर भेजा गया. सुरक्षा प्रहरियों द्वारा गोफ वाले स्थल के किनारे पत्थर डाला गया है और खतरा का संकेत देते हुए लाल फीता लगाया गया है. बता दें कि उक्त स्थल पर 2017-18 में भी गोफ बनने की घटना हुई थी. इससे पहले उस जगह से कुछ दूरी पर इसी माह 11 जुलाई की रात को गोफ बनने की घटना हुई थी. उस वक्त गोफ को सीसीएल गिरिडीह प्रबंधन द्वारा बोल्डर व मिट्टी से भर दिया गया था. सूत्र बताते हैं कि उक्त एनएच रोड में पिछले डेढ़ दशक से गोफ बनने का सिलसिला जारी है. लोगों का कहना है कि एन एच द्वारा उक्त सड़क को पूरी तरह से दुरूस्त करने की जरूरत है. इधर पथ निर्माण विभाग के जेई राजीव कुमार ने कहा कि गोफ को भरने के लिए सीसीएल से बात की जा रही है. उन्होंने कहा कि सीसीएल से मिलकर सड़क को दुरूस्त करने के लिए स्थायी व्यवस्था का उपाय किया जायेगा. गोफ भरने के बाद उक्त स्थल का पक्कीकरण किया जायेगा.
गोफ वाले जगह पर की गयी है घेराबंदी
सीसीएल गिरिडीह कोलियरी के परियोजना पदाधिकारी जीएस मीणा ने कहा कि एनएच रोड में उक्त स्थल पर 2017-18 में भी गोफ बनने की घटना हुई थी. कहा कि सुरक्षा के लिहाज से गोफ बननेवाले जगह पर घेराबंदी कर दी गई है. वहां सुरक्षा कर्मी को भी नियुक्त कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि बुधवार को गोफ भरने का काम किया जाएगा.
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