गढ़वा.
सदर अस्पताल में स्थित एक्स-रे मशीन गत 10 दिनों से बंद है. इस कारण लोगों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. सड़क दुर्घटना में घायल मरीजों को एक्स-रे के अभाव में घायल अवस्था में ही इधर-उधर भटकना पड़ रहा है. बताया गया कि गढ़वा सदर अस्पताल के यक्ष्मा केंद्र में पदस्थापित अशोक कुमार सिन्हा को प्रतिनियुक्ति पर गढ़वा सदर अस्पताल स्थित एक्स-रे जांच घर में ड्यूटी दी गयी थी. इसके बाद से किसी तरह लोगों को एक्स-रे की सुविधा मिल रही थी. लेकिन 31 मई 2025 को श्रीर सिन्हा सेवानिवृत्त हो गये. इसके बाद से टेक्नीशियन के अभाव में एक-रे मशीन बंद है. गढ़वा सदर अस्पताल के ओपीडी में आये मरीज को दिन में किसी तरह इधर-उधर से तो काम चल जाता है, लेकिन शाम होने के बाद सदर अस्पताल आये मरीजों या दुर्घटनाग्रस्त लोगों को एक्स-रे कराने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है. अपनी जेब से खर्च करने पड़ते हैं पैसे : मरीज के परिजनों ने बताया कि भंडरिया, धुरकी, भवनाथपुर, केतार व रमकंडा जैसे प्रखंडों से बड़ी उम्मीद के साथ मरीज गढ़वा सदर अस्पताल आते हैं. उन्हें उम्मीद रहती है कि उनके मरीजों को समुचित इलाज होगा. लेकिन यहां आने के बाद निजी रासि खर्च कर एक्स-रे तथा अल्ट्रासाउंड कराना पड़ता है. मरीज के परिजनों ने बताया कि सदर अस्पताल में अधिकतर गरीबों व असहाय वर्ग के लोग अपना किराया लगाकर इलाज कराने आते हैं. लेकिन यहां उन्हें कोई सुविधा नहीं मिल पाती है. दूर-दराज से आये लोगों को निराश ही लौटना पड़ता है. शीघ्र ही चालू होगा एक्स-रे : सिविल सर्जनइस संबंध में सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार ने कहा कि यहां पर सरकारी में कोई एक्स-रे टेक्नीशियन नहीं है. इसलिए संबंधित कंपनी को निर्देश दिया गया है कि वह जल्द से जल्द एक्स-रे टेक्नीशियन उपलब्ध कराये. उन्होंने कहा कि एनजीओ ने एक-दो दिनों के अंदर एक्स रे टेक्नीशियन बहाल हो जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है