गढ़वा.
गढ़वा जिले में सोमवार को ज्येष्ठ माह कृष्ण पक्ष चतुर्दशी के अवसर पर महिलाओं ने वट-सावित्री की पूजा की. वट-सावित्री पूजा को लेकर महिलाओं ने सुबह से ही उपवास रखा और बरगद वृक्ष के पास पहुंचकर पूजा की. महिलाओं ने बरगद वृक्ष में अखंड सुहाग के प्रतीक के रूप में धागा बांधकर अपने पति के लंबी आयु के लिए प्रार्थना की. इस दौरान उन्होंंने वट वृक्ष की परिक्रमा भी की. इसके बाद वट-सावित्री की कथा सुनी. इस अवसर पर सभी व्रतियों ने पुजारी को वस्त्र, विभिन्न श्रृंगार के सामान, फल, पंखा-डलिया आदि दान किया. पुजारी ने व्रतियों को सावित्री व सत्यवान की कथा सुनायी. इसमें उन्हें बताया गया कि किस प्रकार सावित्री ने अपनी साधना, दृढ़ इच्छाशक्ति और चरित्र बल की बदौलत अपने मृत हो चुके पति को यमराज के हाथों से वापस पा लिया था. सोमवार की सुबह से ही महिलाओं को तैयार होकर पूजा सामग्री लेकर बरगद पेड़ के पास पहुंचने की जल्दबाजी थी. चुकि इस समय बरगद के वृक्ष गिने-चुने जगह रह गये हैं. इसलिए बरगद पेड़ के पास पूजा करनेवाली महिलाओं की काफी भीड़ देखी गयी. शहर के रामलला मंदिर परिसर, पुलिस लाइन परिसर एवं बाइपास रोड गायत्री शक्तिपीठ कल्याणपुर परिसर के पास पूजा करने के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंची थीं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

