प्रतिनिधि, खरौंधी
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अतिक्रमण सहित पांच सूत्री मांगों को लेकर चंदनी गांव के छपटिया टोला के ग्रामिणों ने शुक्रवार को खरौंधी अंचल कार्यालय के समक्ष धरना दिया. आजसू पार्टी के जिला प्रवक्ता गोरखनाथ चौधरी के नेतृत्व में दिये गये धरना के पश्चात ग्रामीणों ने अंचलाधिकारी गौतम कुमार लकड़ा, बीडीओ रवींद्र कुमार एवं प्रखंड प्रमुख आभा रानी की उपस्थिति में पांच सूत्री मांगपत्र सौंपा. मांगपत्र सौंपने के पश्चात अंचलाधिकारी ने 20 मई तक छपटिया पथ को अतिक्रमण मुक्त कराने का आश्वासन दिया. धरना से पूर्व चंदनी के छपटिया टोला के ग्रामीणों ने चंदनी मोड़ से बाजार होते हुए अंचल कार्यालय तक पैदल मार्च निकाला. मार्च में शामिल हो रहे अंचल द्वारा लापरवाही बरतने का आरोप लगाकर नारेबाजी कर रहे थे. अंचल कार्यालय पहुंचने के बाद ग्रामीण अपने पांच सूत्री मांग को लेकर धरना पर बैठ गये. इस अवसर पर आजसू पार्टी के प्रवक्ता गोरखनाथ चौधरी ने अंचलाधिकारी से छपटिया टोला के लोंगों की मांग पर तत्काल कार्रवाई करने की मांग की. उन्होंने चेतावनी कि यदि तत्काल सड़क को अतिक्रमण मुक्त नहीं कराया गया, नहीं तो अबकी बार अनिश्चितकालीन धरना दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि इस टोले पर सभी किसान मजदूर हैं. ये लोग प्रतिदिन कमाने खाने वाला लोग हैं. इनलोंगो के घरों तक पहुंच पथ पर दबंग लोगों द्वारा सड़क पर अतिक्रमण कर घर बना लिया गया है. इस अतिक्रमण को हटाने के लिए ग्रामीण तीन वर्षो से अंचल कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन इनको अभीतक न्याय नहीं मिला है. इस मौके पर अरविंद मेहता, रामकेश मेहता, संदीप मेहता, विजयशंकर मेहता, जितेंद्र मेहता, सत्यवंती देवी, रीना देवी, देवकाली देवी, इंद्रदेव मेहता, निलमा देवी, विकास मेहता, ओमकेश मेहता, नवनीत मेहता आदि लोग उपस्थित थे.
ग्रामीणों ने अतिक्रमण से परेशानी बतायी
धरनास्थल पर ग्रामीण विगन मेहता, विंदेश्वर मेहता, रामाशीष मेहता, श्रवण मेहता, श्रीकांत मेहता आदि ने भी विचार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि चंदनी गांव में छपटिया मुख्य पथ से नदी तक जाने वाला सड़क का अतिक्रमण हटाने के लिए उन लोगों ने कई बार अंचलाधिकारी को आवेदन दिया. उन्होंने कहा कि अंचलाधिकारी के द्वारा उक्त सड़क के कुछ भाग मे अंचल कर्मी एवं पुलिस बल की उपस्थिति में विगत 22 अप्रैल को मुक्त कराया गया, लेकिन कुछ दबंग व्यक्तिअभी भी सड़क को अतिक्रमण किए हुए हैं. इस कारण वे सभी के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है. ग्रामीणों ने कहा कि अतिक्रमण की वजह से बोर करनेवाला वाहन उनके खेतों तक नहीं पहुंच पा रहा है. इस कारण भीषण गर्मी में उनकी फसल बर्बाद हो रही है. उन्हें पीने का पानी के लिए भी दिक्कत हो रही है. सड़क के अतिक्रमण के कारण शादी विवाह एवं बीमारी की स्थिति में उनके घरों तक कोई भी वाहन नहीं जा पा रहा है.
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