कांडी. भाजपा किसान मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रामलला दुबे ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी जन आरोग्य योजना आयुष्मान भारत का अपेक्षित लाभ जरूरतमंदों को नहीं मिल पा रहा है. गढ़वा जिले में लगभग चार लाख लोगों का आयुष्मान कार्ड बना है. लेकिन झारखंड सरकार, स्वास्थ्य विभाग और अस्पतालों की उदासीनता के चलते 10 प्रतिशत गरीब रोगियों को भी इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. उन्होंने कहा कि बहुत गरीब परिवार का अभी तक आयुष्मान कार्ड ही नहीं बन पाया है. सदर अस्पताल में आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए सैकड़ों लोग रोज चक्कर लगाते हैं. लेकिन ऑपरेटर द्वारा नेटवर्क का बहाना बनाकर उन्हें लौटा दिया जाता है. लापरवाही का आलम यह कि निजी अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड से इलाज के लिए मरीजों को भर्ती कराया जाता है और फिर कहा जाता है कि आपका आयुष्मान कार्ड काम नहीं कर रहा है, इसलिए पैसा दीजिए. तब आपका इलाज हो सकेगा. इस तरह का झांसा देकर मरीजों से मोटी रकम की उगाही की जाती है. श्री दूबे ने कहा कि यह बहुत ही गंभीर मामला है, जो जांच का विषय है. उन्होंने कहा कि इसी तरह के मामला संज्ञान में आने पर तत्कालीन उपायुक्त राजेश कुमार पाठक की जांच में लगभग सात लाख रु के गबन का मामला उजागर हुआ था. उन्होंने गढ़वा उपायुक्त से सभी छूटे हुए गरीब परिवार का आयुष्मान कार्ड बनवाने और निजी अस्पताल से मरीजों की ठगी पर जांच कर करवाई करने की मांग की है.
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