मझिआंव. मझिआंव प्रखंड कार्यालय के सामने नवनिर्मित भगवान विश्वकर्मा मंदिर में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के लिए तीन दिवसीय श्री विश्वकर्मा विराट वैदिक महायज्ञ का आयोजन किया गया. इसके लिए शनिवार को राधा कृष्ण मंदिर के महंत केशव नारायण दास के नेतृत्व में घोड़ा रथ पर भगवान श्री राम, जानकी एवं बजरंगबली की झांकी व बैंड बाजे एवं 1151 कलशों के साथ जल सह शोभायात्रा निकाली गयी. जलयात्रा विश्वकर्मा मंदिर से निकलकर मुख्य पथ लोहरपुरवा, चन्द्री, बाजार होते कोयल नदी के बैलगाड़ी घाट पर पहुंची. इस दौरान लोग भगवान विश्वकर्मा की जय, जय श्री राम, एवं श्रीमन नारायण का जयघोष करते चल रहे थे. जल यात्रा वापस विश्वकर्मा मंदिर पहुंची. वहां सभी कलश को स्थापित किया गया. यज्ञ कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष मारुति नंदन सोनी एवं अध्यक्ष पिंटू विश्वकर्मा ने बताया कि नौ मार्च को हवन यज्ञ एवं पूजन भगवान विश्वकर्मा की मूर्ति का नगर भ्रमण सह शोभायात्रा तथा 10 मार्च को मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा एवं पूर्णाहुति की जायेगी. इसके बाद 11 मार्च को अतिथियों की विदाई होगी. इस दौरान महायज्ञ में संध्या समय वृंदावन की आचार्य श्रीमती प्रज्ञा भारती एवं अयोध्या से आये श्याम नारायणाचार्य प्रवचन करेंगे. जल यात्रा में शामिल लोग : जल यात्रा में अध्यक्ष पिंटू विश्वकर्मा,गायत्री परिवार के प्रखंड संयोजक नागेंद्र सिंह, विश्वकर्मा समाज के नेता आनंद विश्वकर्मा, अछैबर विश्वकर्मा,देवमुनि विश्वकर्मा,सहित काफी संख्या में श्रद्धालु शामिल थे.
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