डंडई. डंडई थाना क्षेत्र के वन क्षेत्र में कई साल पुराने मुसहर की बस्ती को खाली कराने की पहल शुरू की गयी है. इस मामले में महादलित मुसहर परिवार के उर्मिला कुंवर, अनिल मुसहर, सविता देवी, राजकुमार मुसहर, गुड्डू रंगीला, लखन मुसहर, शंकर मुसहर, बबलू मुसहर, कईली देवी, रेखा देवी, सोनी देवी, महेंद्र मुसहर सहित अन्य ने बताया कि वनरक्षी उनके यहां आये थे और बस्ती को खाली करने की धमकी देकर गये हैं. कहा गया है कि यदि बस्ती खाली नहीं हुई, तो जेसीबी मशीन से झोपड़ियों को ध्वस्त करा दिया जायेगा. मुसहर परिवारों ने बताया कि वे लोग कई दशकों से यहां रह रहे हैं. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की ओर से उन लोगों के बस्ती में पेयजल के लिए जलमीनार भी लगायी गयी है. लेकिन वनरक्षी राजू कुमार उनलोगों के साथ अमानवीय व्यवहार कर रहे हैं. मुसहर परिवारों ने बताया कि घटना से वे लोग काफी डरे हुए हैं. इस मामले को लेकर बीडीओ व सीओ साहब से शिकायत करने पहुंचे मुसहरों ने बताया कि वनरक्षी द्वारा उन लोगों को कई बार पहले भी बस्ती को खाली करने के लिए धमकाया गया है. गौरतलब है कि कुछ वर्ष पहले कोरोना काल के दौरान प्रखंड प्रशासन की ओर से इन परिवारों को समाज के मुख्य धारा में जोड़ने व उन्हें आगे बढ़ाने के लिए विभाग की ओर से आधार कार्ड और पहचान पत्र बनवाकर कुछ लोगों को राशन पेंशन का लाभ दिया गया. इन लोगों का पता डंडई प्रखंड कार्यालय परिसर दिया गया है. मामले को लेकर वनरक्षी राजू कुमार ने बताया कि वन भ्रमण के दौरान देखा कि वन क्षेत्र मेंं कुछ लोग झोपड़ी लगाकर रह रहे हैं, उसी को खाली करने के लिए मुसहरों को कहा गया है. अभी नहीं हटाये जायेंगे : इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी सह प्रभारी सीओ देवलाल करमाली ने बताया कि मुसहर परिवार के लोगों ने अपनी आपबीती सुनायी है. जब तक वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होती है तथा स्थायी आवास नहीं बन जाता, तब तक उक्त स्थल पर ही झोपड़ी लगाकर बने रहेंगे का आश्वासन दिया गया है.
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