केंद्र में साहेबगंज व पाकुड़ के लोगों के भी जन्म प्रमाण पत्र बनाये जाने की मिली थी शिकायतप्रतिनिधि, धुरकी
धुरकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अगस्त, सितंबर और अक्टूबर 2025 के दौरान आवश्यकता से अधिक संख्या में जन्म प्रमाण पत्र जारी किये जाने का मामला सामने आया है. शिकायत मिली थी कि इस केंद्र से साहेबगंज और पाकुड़ जैसे दूरस्थ जिलों के लोगों के भी जन्म प्रमाण पत्र बनाये गये हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रत्नेश कुमार ने तुरंत जांच शुरू कर दी. डॉ रत्नेश कुमार के अनुसार, फर्जी प्रमाण पत्र जारी किये जाने की सूचना मिलते ही 4 नवंबर को इस काम से जुड़े दो कर्मियों से स्पष्टीकरण मांगा गया, हालांकि दोनों ने आरोपों से इनकार किया. इसके बाद 5 नवंबर को प्रमाण पत्र निर्गत प्रक्रिया की गहन जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया गया. जांच के दौरान समिति को कुछ प्रमाण पत्र वास्तविकता के विपरीत और गलत पाये गये, जिन्हें तत्काल निरस्त करने का आदेश दिया गया है.ओटीपी दिये बिना बने प्रमाण पत्र, साइबर क्राइम की आशंका
डॉ रत्नेश कुमार ने बताया कि जांच में यह तथ्य सामने आया है कि कुछ जन्म प्रमाण पत्र उनके ओटीपी दिये बिना ही बना दिये गये. यह एक गंभीर मामला है और साइबर क्राइम का स्वरूप भी ले सकता है. उन्होंने कहा कि पूरे प्रकरण की सख्ती से जांच जारी है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जायेगा. जांच समिति ने अनुशंसा की है कि फर्जी प्रमाण पत्र पाए जाने पर उन्हें तत्काल निरस्त किया जाये और संबंधित कर्मियों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जाये. डॉ रत्नेश कुमार ने स्पष्ट कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

