गढ़वा : धान की रोपनी के समय अच्छी बारिश होने के बाद किसानों में इस वर्ष खेती की उम्मीदें बढ़ गयी है़ यद्यपि पिछले एक सप्ताह से प्रतिदिन हो रही बारिश के कारण भदई फसलों को कुछ नुकसान हुआ है़
लेकिन धान की पैदावार अच्छी होने के संकेत है़ देर से लगाये गये धान के बिचड़े भी तैयार हो गये है़ इस वजह से प्रतिदिन हो रही बारिश के बीच जिले में पिछले 10 दिन से धनरोपनी में तेजी आ गयी है़ खाद के दुकानों पर लोगों की भीड़ देखी जा रही है़
किसानों को उम्मीद है कि बीते चार साल का सूखा इस बार की उपज से दूर हो जायेगा़ गढ़वा में कृषि विभाग की ओर से 53 हजार हेक्टेयर में धान के आच्छादन का लक्ष्य रखा गया है़
विभाग का अनुमान है कि इस बार 90 प्रतिशत खेतों में धान की रोपनी हो जायेगी़ यद्यपि आच्छादन का अंतिम रिपोर्ट 30 अगस्त को जारी किया जायेगा़ लेकिन 29 जुलाई तक 25 प्रतिशत हिस्से में धान का आच्छादन हो चुका था़ आहर, तालाब व अन्य जलस्रोतों में संतोषजनक पानी जमा होने से इसकी उम्मीद बढ़ी हुई है़ धान के साथ-साथ इस बार तिल व मकई की खेती भी संतोषजनक होने की उम्मीदें है़ं उल्लेखनीय है कि कृषि प्रधान गढ़वा जिले का व्यवसाय व बाजार कृषि उपज से ही प्रभावित होता है़ उपज संतोषजनक होने से लोगों की क्रय शक्ति बढ़ जाती है़
वर्षापात की रिपोर्ट से विभाग गदगद
गढ़वा जिले में वर्षापात के आंकड़ों से कृषि विभाग गदगद है़ कृषि विभाग इस बात के लिए राहत की सांस ले रहा है कि पिछले साल की तरह किसान सुखाड़ को लेकर विभाग के प्रति अपना गुस्सा जाहिर नहीं करेंगे़
विभाग द्वारा एकत्र किये गये वर्षापात के आंकड़ों के अनुसार जून माह में 80.3 एमएम वास्तविक वर्षा हुई है़ वहीं सामान्य वर्षा 138.8 है़ इसी तरह जुलाई माह में 29 तारीख तक के आंकड़ों के अनुसार 397.2 एमएम वास्तविक वर्षा हो चुकी थी़ वहीं सामान्य वर्षा 362.4 प्रतिशत है़