वंशीधर नगर : सिविल सर्जन डॉ एनके रजक ने अनुमंडलीय अस्पताल में अकुशल नर्स व कंपाउंडर द्वारा महिलाओं का बंध्याकरण किये जाने के मामले में डीएस डॉ सुचित्रा कुमारी को तत्काल प्रभाव से अस्पताल के सभी प्रशासनिक पद से मुक्त कर दिया है. साथ ही उन्होंने अनुमंडलीय अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राहुल कुमार को […]
वंशीधर नगर : सिविल सर्जन डॉ एनके रजक ने अनुमंडलीय अस्पताल में अकुशल नर्स व कंपाउंडर द्वारा महिलाओं का बंध्याकरण किये जाने के मामले में डीएस डॉ सुचित्रा कुमारी को तत्काल प्रभाव से अस्पताल के सभी प्रशासनिक पद से मुक्त कर दिया है. साथ ही उन्होंने अनुमंडलीय अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राहुल कुमार को अस्पताल के सभी प्रशासनिक कार्य के लिए कार्यकारी उपाधीक्षक बना दिया है.
यहां बताते चलें कि गत 30 जनवरी को अस्पताल में अकुशल नर्स व कंपाउंडर द्वारा महिलाओं का बंध्याकरण आॅपरेशन किये जाने की सूचना मिलने पर जिप उपाध्यक्ष रेखा चौबे ने तत्काल अस्पताल पहुंचकर डीएस को कड़ी फटकार लगायी थी तथा भविष्य में ऐसी गलती नहीं करने की चेतावनी दी थी.
खबर प्रकाशित होने के बाद को तुल पकड़ता देख जिले के सिविल सर्जन डॉ एनके रजक ने गत एक फरवरी को स्वयं अस्पताल पहुंच कर पूरे मामले की जांच की थी तथा इसके लिए डीएस डॉ सुचित्रा कुमारी व सर्जन डॉ नाथुन साह को दोषी करार दिया था. सीएस ने डीएस डॉ सुचित्रा कुमारी को तत्काल प्रभाव से अस्पताल के सभी प्रशासनिक पद से मुक्त करते हुए अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राहुल कुमार को अस्पताल के सभी प्रशासनिक कार्य के लिए कार्यकारी उपाधीक्षक मनोनीत किया है.
इस संबंध में पूछने पर सिविल सर्जन ने बाहरी व्यक्ति के ऑपरेशन थिएटर में पहुंचने को प्रशासनिक भूल बताया तथा डॉक्टर सुचित्रा को डीएस के पद पर से हटाया जाने की जानकारी दी.