गढ़वा : नक्सलवादियों के खात्मे के लिए झारखंड में शुरू किये गये अभियान से नक्सली बौखला गये हैं. हाल ही में लातेहार और अन्य जिलों में विभिन्न नक्सली संगठनों के खिलाफ चल रहीसुरक्षाबलों की कार्रवाई और नक्सलवाद के खात्मे के लिए नियुक्त सरकार के सलाहकार के विजय कुमार की लातेहार यात्रा से उनका गुस्सा और बढ़ गया है.
इसलिए उग्रवादियों ने गढ़वा से 10 लोगों का अपहरण कर लिया है. मामला बूढ़ा पहाड़ के बुढ़ा गांव का है. बूढ़ा पहाड़ को नक्सलियों का गढ़ माना जाता है. स्थानीय पुलिस और सुरक्षा बलों के करीब 2000 अधिकारी और जवान यहां लगातार नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रहे हैं. इससे नक्सली संगठन के लोग बेहद नाराज हैं.
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बताया जाता है कि सैकड़ों नक्सली गुरुवार देर रात बूढ़ा पहाड़ के बूढ़ा गांव आये थे. ये लोग अपने साथ 10 युवाओं को उठा ले गये. यहां बताना प्रासंगिक होगा कि सालों से बूढ़ा पहाड़ पर नक्सली दस्तों का कब्जा है. कई बार इन लोगों ने पुलिस को अपने ट्रैप में फंसाकर उनका शिकार किया.
इसके उलट, हाल के दिनों में पुलिस और सुरक्षा बल के जवान खास रणनीति बनाकर नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रहे हैं. इसलिए नक्सलवादियों पर सुरक्षा बलों के जवान भारी पड़रहे हैं. सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में इस इलाके में बड़ी संख्या में नक्सली मारे गये हैं. सुधाकरण समेत कई बड़े नक्सली नेता गिरफ्तार हुए हैं.
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यहां बताना प्रासंगिक होगा कि राज्य सरकार ने दिसंबर, 2017 तक झारखंड और छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित बूढ़ा पहाड़ को नक्सलियों से मुक्त करा लेने का संकल्प लिया है. इसी संकल्प के तहत चार राज्यों की पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बल के जवान लगातार पहाड़ और बीहड़ों में कार्रवाई कर रहे हैं.
हालांकि, गढ़वा के एसपी मोहम्मद अर्शी ने इससे इन्कार किया है. उन्होंने कहा है कि कुछ न्यूज चैनल द्वारा यह खबर दिखायी जा रही है कि बूढ़ा पहाड़ क्षेत्र से गुरुवार रात सैकड़ों माओवादी 10 ग्रामीणों को अपने साथ ले गये. यह खबर पूरी तरह निराधार है. एसपी ने कहा कि बूढ़ा पहाड़ क्षेत्र में गढ़वा, लातेहार एवं छत्तीसगढ़ की पुलिस सुरक्षा बलों के साथ मिलकर सघन अभियान चला रहा है. इसलिए नक्सली गांव में घुसने की हिम्मत कर ही नहीं सकते.