पूर्वी सिंहभूम: झारखंड सरकार गुजरात के कच्छ जिले में फंसे 13 प्रवासी श्रमिकों के एक समूह को सुरक्षित वापस लाने के प्रयास में लगी हुई है. यह जानकारी एक अधिकारी ने मंगलवार को दी. पूर्वी सिंहभूम जिले के बहरागोड़ा प्रखंड के मटिहाना निवासी मजदूर एक निजी कंपनी में काम करने के लिए गुजरात गए थे.
उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी बोले- अधिकारियों से बात करके करेंगे वापसी की व्यवस्था
पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी (DC Karn Satyarthi) ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि हमने प्रवासी श्रमिकों से संपर्क किया है. वे सुरक्षित हैं लेकिन कंपनी ने उन्हें घर लौटने की अनुमति नहीं दी है. हम कंपनी प्रबंधन और गुजरात में संबंधित अधिकारियों से बात करने के बाद उनकी वापसी की व्यवस्था करेंगे.” बहरागोड़ा के पूर्व विधायक कुणाल सारंगी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को टैग करते हुए श्रमिकों की “दुर्दशा” साझा की. इसके बाद मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन और राज्य श्रम विभाग के प्रवासी नियंत्रण प्रकोष्ठ को उन्हें वापस लाने का निर्देश दिया.
कुणाल सारंगी का आरोप- नहीं दिया जा रहा मजदूरों को खाना
पूर्व विधायक कुणाल सारंगी ने आरोप लगाया कि मजदूरों को खाना नहीं दिया जा रहा है और उनका वेतन रोक दिया गया है. उनके अनुसार, मजदूरों के रिश्तेदारों ने बहरागोड़ा पुलिस थाने में शिकायत भी दर्ज कराई है. प्रवासी नियंत्रण प्रकोष्ठ की अधिकारी शिखा लकड़ा ने कहा कि कंपनी प्रबंधन से बात की जाएगी ताकि श्रमिकों को वेतन मिल सके और उनकी सुरक्षित वापसी की व्यवस्था की जा सके.
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