धालभूमगढ़. बीती रात हुई बारिश से प्रखंड के कई गांव में जल-जमाव होने व पुल-पुलिया डूबने से आवागमन प्रभावित है. वहीं कई कच्चे घर ध्वस्त होने से लोग खुले आसमान के नीचे आ गये हैं. खेतों में जल-जमाव होने से धान के बिचड़े बर्बाद होने की चिंता किसानों को सताने लगी है. नरसिंहगढ़ नामो पाड़ा में पुलक नामाता का घर बारिश से ध्वस्त हो गया है. परिवार बगल के कमरे में होने के कारण बच गया. पुलक नामाता ने बताया कि उन्होंने आवास के लिए पिछले वर्ष ही आवेदन दे रखा है. इस बार भी अबुआ आवास की सूची में नाम है, जियो टैग भी किया गया है लेकिन उसे आवास शुरू करने के लिए राशि नहीं प्राप्त हुई है. नामोपाड़ा में ही प्रतिमा नामता, शेफाली नायक व बुलू लोहार के घर में पानी घुस जाने से उन्हें रात जागकर गुजारना पड़ा. कमला गोप ने बताया कि आवास की सूची में नाम है. पंसस प्रदीप कुमार राय व झामुमो नेता तपन बनर्जी ने प्रभावित घरों का दौरा किया.
सरबिला-राजाबेड़ा पुलिया डूबी
बारिश के कारण सरबिला-राजाबेड़ा के बीच पुल डूबने से लोगों का आवागमन ठप हो गया. इसी रास्ते से काफी संख्या में लोग नरसिंहगढ़ के साप्ताहिक हाट आते हैं. दोपहर बाद जलस्तर कम होने से लोगों का आवागमन पुन: शुरू हुआ. नरसिंहगढ़ हाट में भी जल जमाव से ग्राहक व दुकानदारों को काफी परेशानी हुई. देवशोल में पेड़ बिजली के खंभे पर गिर गया, इससे बिजली का खंभा टूट कर कुंवर मांडी घर पर गिर गया. घटना के समय बिजली चालू थी, ग्रामीणों की सक्रियता से बिजली आपूर्ति ठप करायी गयी. जिससे बड़ा हादसा टल गया. कोकपाड़ा पंचायत के घोड़ातोड़िया में सिंदरा खाल नाला व जाथा खाल का पानी एक साथ बढ़ जाने से घोड़ातोड़िया गांव में बाढ़ की स्थिति आ गयी. पानी घुस जाने से सलखान हेंब्रम व डोमन हेंब्रम का घर ध्वस्त हो गया.
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