चाकुलिया. शनिवार रात से रविवार की सुबह तक हुई बारिश आफत बनकर बरसी. एक ही रात में 127.6 मिमी बारिश हुई. चाकुलिया में जून माह में अब तक 531 मिमी बारिश हो चुकी है. किसानों ने बताया कि जून में बारिश को देखने के बाद बिछड़ा तैयार करने के लिए धान के बीज का छिड़काव किया गया. लेकिन बारिश के कारण बिचड़ा बर्बाद हो गया. कई किसानों ने दो बार धान बीज का छिड़काव किया. परंतु हर बार उनके बीज और पैसे बर्बाद हुए. अब किसान काफी चिंतित है. इस बारे में पूछे जाने पर प्रखंड कृषि पदाधिकारी शिवानंद घटवारी ने कहा की बिछड़ा तैयार करने के लिए मौसम का साफ होना बेहद जरूरी है. अगले सात आठ दिनों के भीतर बारिश का बंद होना तथा धूप का निकलना बेहद जरूरी है अन्यथा किसानों को धान की फसल तैयार करने में काफी परेशानी होगी.
जून माह में अब तक हुई बारिश की सूची:
7 जून 8.4 मिमी, 10 जून 38.8मिमी, 12 जून 1.4 मिमी, 17 जून 2.6मिमी, 18 जून 29.4 मिमी, 19 जून 135.6 मिमी, 20 जून 15.6 मिमी, 23 जून 57.4 मिमी, 25 जून 16.6 मिमी, 26 जून 19.6 मिमी, 27 जून 43.4 मिमी, 28 जून 34.6 मिमी, 29 जून 127.6 मिमी बारिश हुई
कुमारीगोड़ा में कई घरों में घुसा पानी:
चाकुलिया से कई घर जलमग्न हैं. चाकुलिया नगर पंचायत स्थित कमारीगोड़ा में नाली नहीं रहने से कई लोगों के घरों में पानी घुस गया. अत्यधिक बारिश से घरों में पानी घुसने से लोगों को रात जाग कर गुजरना पड़ा. पानी की निकासी के लिए नाली निर्माण को लेकर स्थानीय लोगों ने नगर पंचायत कार्यालय से भी संपर्क किया. लेकिन रविवार को छुट्टी होने से कोई भी पदाधिकारी व कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंच सके. मुटुरखाम में बना रेलवे अंडरब्रिज की स्थिति और भी खराब हो गयी. रेलवे अंडरब्रिज पूरी तरह से पानी से भर गया है. अंडर ब्रिज के बीच में लगभग 12 से 15 फीट जल जमाव हो गया है. आवागमन बाधित हो गयी. कालियाम पंचायत के कई गांवों में पानी घुस गया है, इससे घरों में जल भराव से नुकसान हुआ है. पुल और रास्ते डूब गए हैं. आखुआपाड़ा के दाखिन बेसरा और सालखान बेसरा के पीएम आवास में तीन से चार फीट पानी घुस गया है. समान बर्बाद हो गए हैं. गोहालडांगरा, कालाझरिया के बीच में पुलिया के पास बना डायवर्सन डूब गया है.
श्यामसुंदरपुर में बाढ़ के हालात, विधायक ने लिया जायजा
चाकुलिया स्थित श्यामसुंदरपुर, ठाकुरबाड़ी, पिताजुड़ी में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. विधायक समीर कुमार मोहंती ने इन क्षेत्रों का दौरा किया. कई मिट्टी के घर ढह गये. कई पक्के मकानों में भी पानी घुस गया है. लोगों के भोजन के लिए रखे चावल, आटा, गेहूं भीग कर बर्बाद हो गए. विधायक ने इसको लेकर अपने स्तर से तत्काल सभी के लिए भोजन की व्यवस्था करने के लिए कार्यकर्ताओं को निर्देश दिये गये.
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